चूरू. मानदेय वृद्धि और स्थायीकरण की मांग को लेकर 17 जुलाई से जिला कलेक्ट्रेट के आगे धरना प्रदर्शन कर रही आशा सहयोगिनियों का मुद्दा अब विधानसभा में उठेगा. उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने इन आशा सहयोगिनियों को आश्वासन दिया है कि वह उनकी विभिन्न मांगों को विधानसभा में उठाएंगे. आशा सहयोगिनियों ने 23 जुलाई को विधानसभा का घेराव करने की चेतावनी दी है.
उपनेता प्रतिपक्ष विधानसभा में उठाएंगे आशा सहयोगिनियों का मुद्दा
चूरू में आशा सहयोगिनियां अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 17 जुलाई से कलेक्ट्रेट के आगे धरना प्रदर्शन कर रही है. ऐसे में अब उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने विधानसभा में इनकी मांगों को उठाने का आश्वासन दिया है. वहीं आशा सहयोगिनियों ने 23 जुलाई को विधानसभा का घेराव करने की चेतावनी दी है.
आशा सहयोगिनियों का कहना है कि महिला एवं बाल विकास विभाग और चिकित्सा विभाग दोनों ही हमसे कार्य करवा रहे हैं. लेकिन उन्हें मानदेय सिर्फ 2 हजार 500 रुपए महीना दिया जा रहा है. इस महंगाई में इस राशि से हमारे परिवार का भरण पोषण भी नहीं हो पा रहा है. इसलिए सरकार हमारा मानदेय 18 हजार रुपए महीना करें और हमें स्थायी किया जाए.
बता दें कि स्थायीकरण और मानदेय वृद्धि सहित दो विभागों से हटाकर एक विभाग में स्थायी करने की मांग को लेकर आशा सहयोगिनियां 17 जुलाई से जिला कलेक्ट्रेट के आगे धरना प्रदर्शन कर रही है. पिछले पांच दिनों से धरना प्रदर्शन कर रही इन आशा सहयोगिनियों ने 22 जुलाई से शुरू हो रहे मीजल्स रूबेला अभियान के बहिष्कार की भी घोषणा कर रखी है.