चित्तौड़गढ़.मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से राखी के त्योहार पर बहनों को राजस्थान रोडवेज में फ्री यात्रा की सौगात है, लेकिन कोरोना संक्रमण के खौफ में बैठक व्यवस्था का आदेश परिचालकों के लिए मुसीबत बन रहा है. मुख्यालय से आदेश है कि बैठक व्यवस्था के अतिरिक्त एक भी सवारी हुई तो परिचालक के खिलाफ कार्रवाई होगी. वहीं, रोडवेज प्रबंधन ने भी अतिरिक्त बसें लगाने का आश्वासन दिया है, जिससे बसों में सवारी खड़े होकर नहीं जाए.
जानकारी के अनुसार कोरोना संक्रमण के दौर में करीब 2 माह तक रोडवेज संचालन पूरी तरह से बंद था. करीब डेढ़ माह पूर्व हुई बसों का संचालन शुरू हुआ, लेकिन बहुत ही कम संख्या में. साथ ही सभी को यह भी निर्देश दिए गए थे कि बैठक क्षमता से अधिक सवारियों को बस में नहीं लिया जाए. ऐसे में कुछ बसों की क्षमता 50 की तो कुछ में 48 की क्षमता है. ऐसे में अधिकतम 50 सवारियां ही रोडवेज में बैठ सकती है. इधर, रक्षाबंधन पर हर साल की भांति इस साल भी मुख्यमंत्री ने बहनों को निशुल्क यात्रा की सौगात दी है. ऐसे में रोडवेज की बसों में रक्षाबंधन पर भारी भीड़ रहती है तो इनको संभालना मुश्किल होगा.
जानकारी में सामने आया कि रोडवेज मुख्यालय बसों के संचालन को लेकर काफी सख्त है. प्रदेश में कई चालकों के खिलाफ 50 से अधिक सवारियां बैठाने पर कार्रवाई की जा चुकी है. वहीं, रक्षाबंधन पर भीड़ पड़ती है तो लोगों को संभालना थोड़ा मुश्किल होगा. इस संबंध में चित्तौड़गढ़ डिपो के प्रबंधक अशोक चेचाणी ने बताया कि मुख्यालय से प्राप्त आदेशों की पालना के लिए चित्तौड़गढ़ रोडवेज प्रबंधन कोरोना के चलते राखी जैसे त्योहार पर भी सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ी निगरानी और सावधानी से पालन करेगा और यात्रियों से करवाएगी.