चित्तौड़गढ़. जिले के शंभूपुरा थाना अंतर्गत अरनियां पंथ 33 /11 केवी जीएसएस की लाइन पर काम करते समय करंट लग जाने से एक कर्मचारी की मौत हो गई. कर्मचारी को जिला चिकित्सालय लाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया. इस पर मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने जिला चिकित्सालय की मोर्चरी के बाहर ठेकेदार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मृतक के आश्रितों को 25 लाख रुपए का मुआवजे देने की मांग की है.
चित्तौड़गढ़ में विद्युत कर्मचारी की करंट लगने से मौत, मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन
शंभूपुरा थाना अंतर्गत अरनियां पंथ 33 /11 केवी जीएसएस की लाइन पर काम करते समय करंट लग जाने से एक कर्मचारी की मौत हो गई. कर्मचारी को जिला चिकित्सालय लाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया. इस पर मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने जिला चिकित्सालय की मोर्चरी के बाहर ठेकेदार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मृतक के आश्रितों को 25 लाख रुपए का मुआवजे देने की मांग की है.
फिलहाल शव जिला चिकित्सालय की मोर्चरी में रखा हुआ है और मुआवजे पर कोई सहमति नहीं बन पाई है. जानकारी के अनुसार शंभूपुरा थाना अंतर्गत अरनिया पंथ में रविवार अपरान्ह 33/11 केवी विद्युत लाइन पर काम करते समय अचानक से करंट लग जाने से कर्मचारी देवीलाल उर्फ बबलू बंजारा निवासी अरनिया पंथ की मौत हो गई. इसकी सूचना मिलने पर शंभूपुरा थाना पुलिस और ग्रामीण मौके पर पहुंचे. मृतक के शव को जिला राजकीय सांवलियाजी चिकित्सालय की मोर्चरी में लेकर आए.
यहां पर ग्रामीणों ने ठेकेदार को मौके पर बुलाने के साथ मृतक के परिजनों को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिलाने की मांग की. इधर, एवीएनएल के श्रमिक संगठन के पदाधिकारी भी जिला चिकित्सालय पहुंचे. जिन्होंने आरोप लगाया कि अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में ठेकेदारों की लापरवाही के चलते कई बार इस तरह के हादसे घटित हो चुके हैं. इधर, हादसे की सूचना मिलने के बाद शंभूपुरा पुलिस भी चिकित्सालय पहुंची और मामले की जानकारी ली.
फिलहाल घटना को लेकर कोई प्रकरण दर्ज नहीं करवाया गया है. मामले में शंभूपुरा थानाधिकारी कैलाशचन्द्र सोनी ने बताया कि घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची है. शव को जिला चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया है. मृतक के परिजन मुआवजे की मांग कर रहे हैं. परिजनों की ओर से थाने में कोई प्रकरण दर्ज नहीं कराया है. रिपोर्ट मिलने पर पोस्टमार्टम की कार्रवाई सोमवार को होगी.