जयपुर. राजस्थान विधानसभा प्रश्नकाल में शुक्रवार को भी भाजपा विधायकों का विरोध प्रदर्शन जारी रहा. हालांकि, इस बार विरोध का तरीका मौन था. मतलब भाजपा के विधायक सदन में तो बैठे लेकिन, मुंह पर पट्टी बांधकर बिल्कुल शांत रहे. यही कारण है कि प्रश्नकाल में सूचीबद्ध 24 सवालों में से महज 9 के ही जवाब मंत्री दे पाए. बाकी सवाल भाजपा विधायकों के रहे जो उन्होंने ना तो पूछे और ना ही मंत्री ने इसका जवाब दिया.
हमने गांधीवादी तरीके से जताया विरोध, कांग्रेस के मंत्रियों ने सदन की मर्यादा तोड़ दी : राजेंद्र राठौड़
राजस्थान विधानसभा प्रश्नकाल में शुक्रवार को भाजपा विधायकों ने मौन विरोध प्रदर्शन किया. भाजपा विधायक दल के उपनेता राजेंद्र राठौड़ के अनुसार भाजपा ने गांधीवादी तरीके से विरोध जताया है. लेकिन, मंत्रियों ने सदन की मर्यादा तोड़ दी. स्पीकर सीपी जोशी द्वारा व्यवस्था सुधारने पर ही भाजपा विरोध प्रदर्शन बंद करेगी.
भाजपा विधायक दल के उपनेता राजेंद्र राठौड़ के अनुसार प्रश्नकाल में स्पीकर सीपी जोशी की व्यवस्था के विरोध में बीजेपी विधायकों ने मौन प्रदर्शन किया. लेकिन, सदन में सरकार के मंत्रियों ने लोकतांत्रिक परंपराओं की तमाम मर्यादा तोड़ दी. राठौड़ के अनुसार प्रश्नकाल में प्रश्न पुकारे जाने के बावजूद सरकार के खेल राज्य मंत्री नहीं पहुंचे और ना ही मुख्य सचेतक सदन में आये. राठौर ने कहा कि सरकार के मंत्रियों को विपक्ष के सवालों के जवाब देने में इंटरेस्ट ही नहीं रहा. सदन में सवाल पुकारे जाने के बावजूद उनकी गैरमौजूदगी यही साबित करती है. राठौर ने कहा कि यदि स्पीकर भाजपा विधायकों बुलाकर अपनी व्यवस्था में सुधार करते हैं तो भाजपा अपने विरोध को खत्म कर सदन चलाने में पूरी मदद करेगी. लेकिन, अब तक स्पीकर की ओर से कोई पहल नहीं की गई है.