जयपुर. राजस्थान पुलिस की महिला कांस्टेबल गीता सुसाइड मामला अब राजनैतिक हो गया है. जहां एक तरफ बिश्नोई समाज ने तीन दिन बाद अपनी मांगों को लेकर खत्म कर शव को उठा लिया है. वहीं दूसरी तरफ नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया और खींवसर से विधायक हनुमान बेनीवाल ने इस घटना को लेकर सरकार को कठघरे में खड़ा किया है.
नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया का बयान
नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया सरकार और काननू व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए उन्होंने कहा कि, पिछले दो महीनों का अगर रिकॉर्ड देखें तो प्रदेशभर में कानून व्यवस्था बिगड़ गई है. हर तरीके के अपराधों में बढ़ोतरी हुई है. गीता सुसाइड केस पर बोलते हुए कटारिया ने कहा कि सांचोर पुलिस थाने में तैनात महिला कांस्टेबल को मानसिक रूप से इतना प्रताड़ित किया गया कि उसने आत्महत्या कर ली. जिससे साफ होता है कि जब थाने में महिला कांस्टेबल ही सुरक्षित नहीं तो आम महिला कैसे सुरक्षित होगी. वहीं नेता प्रतिपक्ष में भरतपुर के कुम्हेर थाने का कनेक्शन कटाने वाले अभियंता के साथ मारपीट का मामला भी उठाया.
विधायक हनुमान बेनीवाल का बयान
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल ने कहा कि महिला कांस्टेबल गीता बिश्नोई का प्रताड़ित होकर आत्महत्या कर लेने का मामला बेहद गंभीर है. जो सिस्टम की संवेदहीनता को साफ तौर पर उजागर करता है. इस प्रकरण में सरकार और उच्च अधिकारी निष्पक्ष जांच करवाकर पीड़ित पक्ष को न्याय दिलवाएं.
गौरतलब है कि सांचौर पुलिस थाने में कार्यरत महिला कांस्टेबल गीता विश्नोई ने गुरुवार रात को अपने क्वार्टर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. सुसाइड नोट में उसने थानाप्रभारी और एक कांस्टेबल पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाया है. वहीं कांस्टेबल गीता ने सुसाइड से पहले अपने भाई को व्हाट्सअप पर एक सुसाइड नोट भेजा. गीता ने सुसाइड नोट में सांचौर थानाधिकारी पुष्पेन्द्र वर्मा और थाने की महिला कांस्टेबल केलम पर ड्यूटी के नाम पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था.
सुसाइड करने से पहले 3 बार कॉल किया था
सांचोर थाने में कार्यरत महिला कांस्टेबल गीता के सुसाइड मामले में पुलिस के आला अधिकारी घिरते नजर आ रहे है. परिजन आरोप लगा रहे है कि गीता को पुलिस के अधिकारी परेशान कर रहे थे, जबकि इस मामले में अभी तक पुलिस के आलाधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं. गीता के मोबाइल के स्क्रीनशॉट के अनुसार सुसाइड करने से पूर्व डीवाईएसपी ओम प्रकाश उज्ज्वल को 3 कॉल भी किये थे.