अजमेर. लोकसभा चुनाव में अजमेर सीट से इस बार तीन मुस्लिम प्रत्याशी चुनाव में खड़े हुए हैं. परंपरागत रूप से मुस्लिम वोट कांग्रेस के पक्ष में जाते रहे हैं. ऐसे में यदि तीनों उम्मीदवार मैदान में डटे रहते हैं तो मुस्लिम मतों में विभाजन हो सकता है. इससे कांग्रेस को नुकसान होगा.
अजमेर सीट पर ये प्रत्याशी हैं मैदान में...जानिए किस उम्मीदवार के पक्ष में क्या है समीकरण
राजस्थान में लोकसभा चुनाव को लेकर पहले चरण का मतदान 29 अप्रैल को होगा. इसको लेकर 9 अप्रैल तक नामांकन हुआ. अब 12 अप्रैल यानि कि शुक्रवार दोपहर 3 बजे तक नामांकन वापस लेन का समय भी कुछ देर में खत्म हो जाएगा. अजमेर सीट पर 10 प्रत्याशी अभी मैदान में हैं. अगर ये सारे 3 बजे के बाद भी रह जाते हैं तो क्या समीकरण बनेगा आइए जानते हैं
इसी प्रकार अनुसूचित जाति से भी दो प्रत्याशी ने नामांकन पर्चा भरा है. यह पांचों प्रत्याशी कांग्रेस के उम्मीदवार रिजू झुनझुनवाला को नुकसान पहुंचा रहे हैं. यही वजह है कि कांग्रेस की ओर से इन उम्मीदवारों को अपने पक्ष में बैठाने की कोशिश की जा रही है.
इधर निर्दलीय नामांकन दाखिल करने वाले मुकेश गेना भाजपा के लिए मुसीबत बने हुए हैं. उनके चुनाव में डटे रहने से जाट जाति के मतों में बटवारा होने से इंकार नहीं किया जा सकता. अजमेर लोकसभा क्षेत्र में तीन लाख के करीब जाट मतदाता है. जाति बिरादरी और रिश्तेदारों का हवाला देते हुए गेना को भी बैठाने की जुगत बीजेपी नेता कर रहे हैं. खास बात यह है कि निर्दलीय प्रत्याशी मुकेश देना, पप्पू कुरैशी और बीएसपी प्रत्याशी दुर्गा लाल रेगर पहले भी चुनाव लड़ चुके हैं.