बूंदी. जिले में झोलाछाप डॉक्टरों की दुकानदारी पर लगाम नहीं लग रही है. आए दिन इनके इलाज से मरीजों की हालत बिगड़ने के मामले सामने आने के बाद भी इनके विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई नहीं हो पा रही है. नतीजा यह रहा कि एक डॉक्टर के पास इलाज कराने पहुंचे युवक कि गलत इंजेक्शन और ग्लूकोज की बोतल लगाने से उसकी मौत हो गई. जानकारी के अनुसार बूंदी जिले के सदर थाना इलाके के नीम का खेड़ा निवासी रामलाल मेघवाल का पुत्र विजय मेघवाल की हाथ पैर दर्द होने पर उसे पिता रामलाल मेघवाल गांव में ही स्थित बंगाली डॉक्टर के यहां पर लेकर गया था.
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जहां बंगाली डॉक्टर ने उसे इंजेक्शन लगाया और एक ग्लूकोज की बोतल को चढ़ाया. यहां पर उसे आराम आने पर वापस से घर पर लेकर आ गए. कुछ देर बाद पिता खेत पर गया तो परिजनों की खबर आई कि उसका पुत्र वापस से चक्कर खा कर नीचे गिर गया है. ऐसे में पिता मौके पर पहुंचा तो उनका बेटा जमीन पर गिरा हुआ था और अचेत था. इस पर वापस झोलाछाप डॉक्टर के यहां लेकर गए तो उसने मृत घोषित कर दिया. इस घटना के बाद परिजन फूट-फूट के क्लीनिक पर ही रोने लगे. यहां पर परिजनों ने आरोपी से मौत का कारण पूछने पर कोई जवाब नहीं दिया. इस पर परिजनों ने क्लिनिक पर हंगामा कर दिया और जमकर विवाद खड़ा कर दिया.