बूंदी. जिले में कोरोना वायरस का एक भी मरीज सामने नहीं आया है. वहीं अब तक 114 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं. जिनमें से 105 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है, बाकी 9 लोगों की रिपोर्ट आना बाकी है. संभवत यह सभी नॉर्मल मरीज है और इनकी रिपोर्ट भी नेगेटिव आएगी. बता दें कि आज 20 अप्रैल के साथ ही बूंदी जिले में मॉडिफाइड लॉकडाउन लागू हो गया है.
इस दौरान सुबह शहर की जनता ने मॉडिफाइड लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाई. जिसपर पुलिस प्रशासन ने शहर में फ्लैग मार्च करते हुए लॉकडाउन की पालना करवाई. पालना करवाने के साथ ही शहर में कई जगहों पर पुलिस ने कार्रवाई भी की. वहीं मॉडिफाइड लॉकडाउन का 1 दिन पूरा होने पर बूंदी जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा और एसपी शिवराज मीणा ने पत्रकारों से बातचीत की. जिसमें बताया कि शहर की जनता ने किस तरीके से मॉडिफाइड लॉकडाउन की पालना की.
जिला कलेक्टर अंतर सिंह ने बताया कि शहर में मॉडिफाइड लॉकडाउन का कई जगहों पर उल्लंघन हुआ. जिसपर पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई की. उन्होंने बताया कि हमें लंबे समय से शिकायत मिल रही थी कि प्रथम लॉकडाउन के दौरान कई सामाजिक संस्थाओं ने राहत सामग्री बांटने को लेकर काफी अधिक पास बना लिए हैं. जिसका हमने अधिकारी के समक्ष रिव्यू करवाया था. जिसमें कई पास अमान्य सामने आए हैं. जिसके बाद उन्हें रदद् कर दिया गया है.
1 दिन का ही मिलेगा पास
अब 23 अप्रैल तक सभी पास मान्य रहेंगे, उसके बाद यह पास अमान्य हो जाएंगे. जिसको भी अब राहत सामग्री बांटने होगी उसको केवल 1 दिन का ही पास मिलेगा. इसके पीछे प्रशासन का कहना है कि पास ज्यादा होने के चलते वाहनों की संख्या अधिक हो गई थी. ऐसे में प्रशासन ने सभी पास को रद्द करने का फैसला लिया है ताकि शहर में भीड़ ना हो.