राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

बूंदी: प्रवासियों को रोडवेज बसों से घर भेजा जा रहा, सोशल डिस्टेंसिग का रखा जा रहा ध्यान

बूंदी जिले में बाहरी राज्यों के फंसे मजदूरों को प्रशासन द्वारा रोडवेज बसों से उन्हें उनके अपने घर भेजने का काम किया जा रहा है. इस दौरान प्रशासन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी करवा रहा है.

Bundi news, rajasthan roadways, Migrants news
प्रवासियों को रोडवेज बसों से घर भेजा जा रहा

By

Published : May 1, 2020, 2:15 PM IST

बूंदी. देश में कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन जारी है. इस लॉकडाउन के दौरान सबसे ज्यादा परेशानी मजदूर वर्ग को उठानी पड़ी है. ऐसे में कुछ मजदूर तो लॉकडाउन के लगने के बाद ही पैदल रवाना हो गए. कुछ मजदूर जहां थे वहां फंसे के फंसे रह गए. अब राजस्थान सरकार ने इन मजदूरों को अपने घरों पर भिजवाने को लेकर आदेश जारी किया है. आदेश जारी होने के बाद मजदूरों के चेहरे भी खिल उठे हैं. यही नहीं बूंदी प्रशासन ने भी मजदूरों को चिन्हित किया है और उन मजदूरों को रोडवेज बस के माध्यम से उन्हें घर पर पहुंचाने का काम किया जा रहा है.

प्रवासियों को रोडवेज बसों से घर भेजा जा रहा

बूंदी जिले के केशवरायपाटन, दबलाना, जजावर, हिंडोली, बूंदी शहर सहित आस-पास के इलाकों में फंसे अन्य राज्यों और राजस्थान के अन्य जिलों के फंसे मजदूरों को रवाना करवाया गया है. सबसे ज्यादा मध्य प्रदेश राज्य के मजदूर बूंदी जिले में फंसे हुए थे, जिन्हें प्रशासन द्वारा रवाना करवाने का काम किया जा रहा है अब तक अलग-अलग राज्यों के 200 से अधिक मजदूरों को बूंदी प्रशासन द्वारा रवाना करवा दिया गया है. बूंदी रोडवेज प्रशासन द्वारा मजदूरों की सूची को जयपुर एमडी के पास भिजवाया जाता है. वहां पर मंजूरी मिलने के बाद बूंदी प्रशासन उन मजदूरों को भेजने के लिए बसें लगवाने का काम कर रहा है. यही नहीं रोडवेज प्रशासन इन मजदूरों के लिए अपने निजी खर्च से खाने-पीने की व्यवस्था भी करवा रहा है और हर मजदूरों को खाने के पैकेट वितरित कर रहा है.

यह भी पढ़ें-हनुमान बेनीवाल ने अजमेर संभाग के जिलों के मुद्दों पर किया डिजिटल संवाद, लोगों के सवालों का दिया जवाब

बूंदी रोडवेज के प्रबंधक विक्रम सिंह सोलंकी ने बताया कि सरकार द्वारा जो एडवाइजरी जारी की गई है, इस एडवाइजरी के तहत बूंदी रोडवेज प्रशासन लगातार काम कर रहा है. सभी मजदूरों की स्क्रीनिंग करवाई जा रही है. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग की पूरी-पूरी पालना की जा रही है और लापरवाही नहीं बरतें इस को लेकर लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है. जैसे भी हमारे पास प्रशासन द्वारा सूची आती है, तो हम अगले दिन ही उन मजदूरों को रवाना करवाने का कार्य करते हैं. अपने घर पर जा रहे हैं मजदूरों के चेहरों पर साफ तौर से खुशी देखी जा सकती है. उत्साह के साथ मजदूर अपने घर पर जाने के लिए बेताब है. मजदूर दिवस है और यह मजदूर काम के लिए तो मोहताज हो ही गए हैं, लेकिन इस मजदूर दिवस पर उन्हें इस मुसीबत के दौर में अपने घर पर जाने का मौका मिला है, तो उनके लिए किसी बहुत बड़ी बात है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details