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पर्यटकों के लिए खुशखबरी: तारागढ़ पैलेस घूमने के लिए अब नहीं लगेगी एंट्री फीस

बूंदी जिले में बने तारागढ़ पैलेस पर अब चार चांद लगने वाले हैं. गढ़ पैलेस के मैनेजमेंट को भंग कर नए मैनेजमेंट को जिम्मेदारी सौंपी गई है. नए मैनेजमेंट के आते ही काम भी शुरू हो गया है. यहां पर लगने वाले शुल्क को समाप्त कर दिया गया है.

Taragarh Palace IN BUNDI, तारागढ़ पैलेस में मैनेजमेंट बदला

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Published : Oct 17, 2019, 8:27 PM IST

बूंदी.जिले की कुलदेवी आशापुरा माताजी ट्रस्ट द्वारा संचालित गढ़ पैलेस को लेकर ट्रस्ट ने नए मैनेजमेंट को गढ़ की बागडोर सौंप दिया है. गढ़ ने मैनेजर जेपी शर्मा ने बताया कि ट्रस्ट के अध्यक्ष और बूंदी दरबार भंवर जितेंद्र सिंह ने पिछले 9 साल से चले आ रहे मैनेजमेंट की शिकायत आने के बाद उसे हटाया गया है. उन्होंने कहा कि गढ़ के रखरखाव की जिम्मेदारी नए मैनेजमेंट को सौंपी है.

तारागढ़ पैलेस घूमने के लिए अब नहीं लगेगी एंट्री फीस.

मैनेजर शर्मा ने बताया कि 15 अक्टूबर को गढ़ पैलेस का मैनेजमेंट हमारे द्वारा संभाल लिया गया है. हम मालिक नहीं हैं हम मैनेजर हैं और हमारा मुख्य उद्देश्य पर्यटन को बूंदी में बढ़ाना है. इसी को लेकर गुरुवार को बूंदी वासियों के सामने अपनी नई योजना सामने रख रख रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य पहले देखने आने वाले पर्यटकों को पूरी सुविधा देकर बूंदी में पर्यटन को बढ़ावा देना है. इसी उद्देश्य द्वारा हमें गढ़ पैलेस की जिम्मेदारी दी गई है .

उन्होंने कहा कि हम सबसे पहले टिकट विंडो को टूरिस्ट इनफॉरमेशन सेंटर के रूप में तब्दील करेंगे. यहां आने वाले पर्यटकों को बूंदी के सभी पर्यटन स्थलों की जानकारी फोटोग्राफ्स उपलब्ध रहेंगे, साथ ही देखने योग्य सभी मोनुमेंट्स के फोटोग्राफ्स लगाए जाएंगे. इसके अलावा सरकारी एवं गैर सरकारी स्कूल के बच्चों को प्रवेश नि:शुल्क किया गया है. लाइसेंस धारी गाइड्स का भी प्रवेश नि:शुल्क किया गया है. इससे पहले 100 लिए जाते थे फीस ली जाती थी जिसे अब फ्री कर दिया गया है. इसके साथ ही आर्मी और पत्रकारों की भी एंट्री नि:शुल्क होगी.

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इसके साथ ही जिले के तारागढ़ पर बंद पड़ी लाइटों को फिर से शुरू किया जाएगा. वहीं ट्रस्ट का कहना है कि गढ़ के पीछे वाले दरवाजों को खोला गया है और आमजन और पर्यटकों के लिए पैकिंग हाइक की सुविधा भी शुरू करने जा रही है जिसका कोई शुल्क नहीं होगा. यहां जनता बिना रोक-टोक के मॉर्निंग वॉक, इवनिंग टाइम में आराम से घूम सकेगी. इसके लिए अतिरिक्त टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए वेबसाइट तैयार की जा रही है जिसमें बूंदी जिले विशेषताएं बताई जाएंगी.

सबसे बड़ी खास बात यह है कि हाल ही में ही राजस्थान हाईकोर्ट ने विवादित ऐतिहासिक और विश्व-विख्यात चित्र शैली को देखने के लिए पूरी तरह से नि:शुल्क किया था. फिर भी यहां पर इससे पहले शुल्क लिया जा रहा था, जिसे अब पूरी तरह से सभी पर्यटकों के लिए नि:शुल्क कर दी है.

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