बूंदी.कोरोना काल में बैंककर्मी दो मोर्चों पर लड़ाई लड़ रहे हैं. एक तरफ उन्हें पिछले कई दिनों से पेंडिंग पड़े काम के साथ लोगों को बैंकिंग सेवाएं भी उपलब्ध करानी हैं. साथ ही खुद को कोरोना से भी बचाना है. ग्रामीण इलाकों में जहां लोग अब भी ट्रेडिशनल बैंकिंग के तरीके को अपनाते हैं. जिसके चलते लोग अपने बैंक संबंधित कामों के लिए बैंक शाखाओं में आते हैं.
कोरोना काल में बैंक एक ऐसा सेक्टर है जहां लोगों का डेली आना-जाना रहता है. लॉकडाउन के बाद लोग आर्थिक संकट से जुझ रहे हैं. ऐसे में लोग अपनी जमा पूंजी खातों से निकालने के लिए बैंकों का रुख कर रहे हैं. बूंदी जिले में शुरुआती दौर में 70 दिनों तक एक भी कोरोना वायरस का पॉजिटिव मरीज सामने नहीं आया था. जिसके कारण बूंदी के बैंकिंग सेक्टर पर कुछ ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ा. लेकिन अब बूंदी के करीब एक दर्जन कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं जो बैंकिंग सेक्टर से जुड़े हुए हैं.
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बूंदी में कितने बैंक कर्मचारी कार्यरत हैं ?
बूंदी जिले में सरकारी और प्राइवेट बैंकों की कुल 128 शाखाएं हैं. जिनमें से केवल 32 शाखाएं बूंदी शहर में स्थित हैं. जिले भर की 128 शाखाओं में 400 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं. इनमें बैंक में काम करने वाले कर्मचारियों के साथ सिक्योरिटी स्टाफ और अधिकारी भी शामिल हैं. सभी कर्मचारी नियमित रूप से ब्रांच में आकर काम कर रहे हैं.
कितने कर्मचारी कोरोना की चपेट में आए
बूंदी में दर्जन भर कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. लीड मैनेजर अक्षय कुमार बताते हैं कि अनलॉक के बाद कुछ बैंक कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. लेकिन जितने भी कर्मचारी पॉजिटिव आए हैं, वो छोटी फाइनेंस कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारी हैं. लेकिन कोरोना के खतरे को देखते हुए सभी बैंक कर्मचारियों के कोरोना टेस्ट करवाए गए हैं. कर्मचारियों के डेली अप डाउन पर रोक लगा दी गई है. कर्मचारियों को बैंक शाखा के आस-पास के इलाके में ही ठहरने के लिए कहा गया है. साथ ही जितने भी कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव थे, वो कोरोना से रिकवर हो गए हैं.
कोरोना काल में बैंकों का काम किस तरह से प्रभावित हुआ
कोरोना के बाद देशभर में लगे लॉकडाउन ने सभी सेक्टर्स को अपनी चपेट में ले लिया. बैंकिंग सेक्टर भी इससे अछूता नहीं रहा. लॉकडाउन के शुरुआत में बैंकों के सामने किस तरह की दिक्कत आ रही थी, इसके बारे में बूंदी के लीड मैनेजर अक्षय कुमार बताते हैं कि शुरुआती दिनों में बैंक में चुनिंदा लोगों की ही एंट्री के आदेश थे. लॉकडाउन के चलते कस्टमर बैंकों तक नहीं पहुंच पा रहे थे. जिससे बैंक का काम प्रभावित हुआ. बैंकों ने अपनी सर्विसेज में कटौती की. बैंकों ने केवल 5 तरह की सर्विसेज को ही चालू रखा. बाकी की सेवाओं को कुछ वक्त के लिए रोकना पड़ा. कैश विड्रोल, कैश डिपोजिट, गवर्मेंट ट्रांजेक्शन जैसी ही सर्विस चालू थी. लेकिन अब बैंक पूरी क्षमता के साथ काम कर रहे हैं.