बूंदी. टेल क्षेत्र में प्रशासन की ओर से मुख्य नहर का पानी बंद करने पर नाराज किसानों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा हैं कि अगर नहर का पानी को दोबारा प्रारंभ नहीं किया गया तो उनकी फसलें सूख जाएगी. किसानों ने कहा कि बिना सूचना के पानी बंद किया गया है.
किसानों ने जिला कलेक्टर से मांग की है कि नहरी पानी ही उनकी सिंचाई का प्रमुख स्तोत्र हैं. ऐसे में पानी के बंद हो जाने से उनकी फसलें सूखने की कगार पर हैं. किसानों ने आग्रह किया कि नहर के पानी को 31 मार्च तक सप्लाई की जाए. अगर ऐसा नहीं होता है तो वो आंदोलन करेंगे. ॉ
किसानों ने आरोप लगाया कि बिना सूचना के पानी बंद किया गया है कि जो कि गलत हैं. इससे लहराने वाली फसल अब धीरे-धीरे करके सूखने लगी है.
राजस्थान में यहां नहर का पानी अचानक बंद करने से किसानों में हड़कंप...रखी यह मांग - canal water
टेल क्षेत्र के किसानों ने मुख्य नहर का पानी बंद किए जाने पर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंप अपना विरोध जताया. उनकी मांग है कि 31 मार्च तक नहर का पानी की अनवरत सप्लाई किया जाए.
किसानों ने जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
खटकड टेल के किसान बुधवार को भारी संख्या में जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे जहां उन्होंने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करते हुए किसान एकता के नारे लगाए और जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. किसानों ने सरकारी खरीद केंद्र चालू कराने और बाईं मुख्य नहर के पानी को 31 मार्च तक जारी रखने के लिए कलेक्टर को ज्ञापन दिया.