भीलवाड़ा. पाठ्यक्रम में बदलाव का मामला प्रदेश में धीरे-धीरे तूल पकड़ता जा रहा है. महाराणा प्रताप, सावरकर के बाद सरकार ने पाठ्यक्रम से जौहर का चित्र हटा दिया जिससे प्रदेश में सरकार को भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है. जौहर को हटाने को लेकर श्री राजपूत करणी सेना सोमवार को शहर में उग्र प्रदर्शन करेगी. इसको लेकर करणी सेना ने सीएम से शिक्षामंत्री का इस्तीफा मांगा है.
करणी सेना के प्रदेश महासचिव विश्व बंधु सिंह राठौड़ ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को हम चेतावनी देते है कि कि अगर इतिहास के साथ छेड़छाड़ हुई तो ठीक नहीं होगा. डोटासरा का तर्क है कि जौहर से आने वाली पीढ़ियों पर विपरीत असर पड़ेगा, लेकिन शिक्षा मंत्री को समझना चाहिए कि सती प्रथा और जौहर में बहुत अंतर है. हम सती प्रथा के पक्ष में नहीं हैं, लेकिन अगर जौहर पर उंगली उठती है तो हम चुप नहीं बैठेंगे.