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बाल विवाह की भेंट चढ़ी बालिका की 'जंग'...पारिवारिक न्यायालय में लगाई न्याय की गुहार

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Published : Mar 2, 2021, 11:49 AM IST

मेवाड़ के प्रवेश द्वार माने जाने वाले भीलवाड़ा में 11 साल पहले बचपन में ही बाल विवाह की भेंट चढ़ी बालिका ने बाल विवाह को नकारते हुए पारिवारिक न्यायालय में बाल विवाह निरस्त करने की न्याय की गुजारिश की है. 'बालिका वधू' ने जोधपुर के सारथी ट्रस्ट के डॉक्टर कृति भारती के सहयोग से पारिवारिक न्यायालय में वाद दायर किया है. वहीं, पारिवारिक न्यायालय के न्यायाधीश मुकेश भार्गव ने पीड़िता के पति को सम्मन जारी किया है.

child marriage in bhilwara
पारिवारिक न्यायालय में लगाई न्याय की गुहार

भीलवाड़ा. बाल विवाह जैसी कुरीतियां आज भी हामारे समाज में काले धब्बे की तरह व्याप्त हैं. ऐसा ही एक मामला भीलवाड़ा से सामने आया है, जहां एक लड़की ने 11 साल पहले बचपन में ही बाल विवाह की भेंट चढ़ी बालिका ने बाल विवाह को नकारते हुए पारिवारिक न्यायालय में बाल विवाह निरस्त करने की गुजारिश की है. पीड़िता ने कहा कि 11 साल पहले 7 वर्ष की उम्र में मेरा बाल विवाह हुआ था. अब मैं बालिग हो गई हूं और मुझे बद्दुआ मंजूर नहीं है. इसके कारण मैंने सोशल मीडिया से जोधपुर की कृति भारती के नंबर निकाले और उन्हें अपनी समस्या कही.

बाल विवाह की भेंट चढ़ी बालिका की 'जंग'...

इस पर उन्होंने भीलवाड़ा आकर मेरे विवाह को सुनने करण के लिए कोर्ट में वाद दर्ज करवाया है. अब मुझे जल्दी ही बाजवा से मुक्ति मिलने की उम्मीद है. मैं आगे भविष्य में पढ़-लिखकर शिक्षिका बनना चाहती हूं. पुनर्वास मनोवैज्ञानिक मैनेजिंग व ट्रस्टी सारथी ट्रस्ट जोधपुर की कृति भारती ने कहा कि पीड़िता का 11 वर्ष पहले 7 साल की उम्र में बाल विवाह हुआ था. अब यह बालिग हो गई है और यह विवाह को मानने से इनकार करती है. इसके लिए हम इस बालिका के पास आए हैं और हमने पारिवारिक न्यायालय में बाल विवाह निरस्त और शून्यकरण करवाने के लिए वाद दर्ज करवाया है.

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पारिवारिक न्यायालय के न्यायाधीश मुकेश भार्गव ने इस मामले को स्वीकार कर लिया और हमें उम्मीद है कि पीड़िता को जल्द न्याय मिलेगा हमने पीड़िता के पुनर्वास की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. हमारा उद्देश्य है कि बाल विवाह सिर्फ किताबों के पन्नों में हो, ना कि जिंदगी में. वहीं, हमने अब तक 41 बार वह निरस्त करवाए हैं, जबकि करीब 1400 से अधिक बाल विवाह रुकवाया है. इसी के साथ थी हमने 7000 बालिकाओं और 6500 महिलाओं का पुनर्वास करवाया है. डॉक्टर कृति भारती ने यह भी कहा कि हमने 2015 में 3 दिन में दो बाल विवाह निरस्त करवा कर लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड सहित कई रिकॉर्ड के नाम दर्ज करवाए हैं. इसके साथ ही सीबीएससी में भी कक्षा 11 के पाठ्यक्रम में सारथी की मुहिम को शामिल किया था.

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