भीलवाड़ा. कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने को लेकर भीलवाड़ा प्रशासन व चिकित्सा विभाग बखूबी प्रयास कर रहा है, लेकिन लगातार बाहर से आए संदिग्ध लोग पॉजिटिव मिले हैं. जिसके बाद जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने कहा कि जो बाहर से छिपकर लोग भीलवाड़ा जिले में आ रहे हैं, उन पर केस दर्ज होगा और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी. वहीं कलेक्टर ने टीम को मोटिवेट करते हुए कहा कि आप लोगों को संक्रमण रोकने का मौका मिला है, यह हमारा कर्तव्य समझकर काम करना चाहिए.
प्रदेश में सबसे पहले कोरोना की शुरुआत भीलवाड़ा से हुई और जिले में कोरोना का संक्रमण देखते-देखते बढ़ गया. जिसके बाद जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए, जिससे कोरोना संक्रमण पर रोक लगी. जिला कलेक्टर से ईटीवी भारत ने अधिकारियों को मोटिवेट करने का सवाल किया. जिस पर राजेंद्र भट्ट ने कहा कि पहले जब भीलवाड़ा में कोरोना की शुरुआत हो रही थी, तो पहले 14 दिन के अंदर अगर हम होम क्वॉरेंटाइन नहीं करते तो संक्रमण ज्यादा फैलता और ज्यादा संख्या हो सकती थी. जिसके बाद हमने कर्फ्यू लगाया और कर्मचारी व अधिकारियों के अथक मेहनत के कारण इस पर विराम लगा.
अधिकारियों से कहा-भगवान ने जान बचाने का मौका दिया है
जिसके बाद सभी अधिकारियों को यही कहा कि जीवन काल में ऐसा वक्त कम आता है, जब भगवान लोगों की जान बचाने और संक्रमण रोकने का मौका देते हैं. इसलिए इस समय को विपत्ति नहीं सोचना चाहिए. साथ ही लोगों को बचाने का हमारा कर्तव्य होना चाहिए. जिला कलेक्टर ने आगे कहा कि पहले भीलवाड़ा कोरोना संक्रमण के कारण पूरे देश में चर्चित हो गया था. इसको हटाने के लिए अधिकारी, कर्मचारी और आम जनता ने बहुत सहयोग दिया.