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भरतपुर: मृतक किसान के परिवार से मिले मंत्री अशोक चांदना, हर संभव मदद का दिया आश्वासन

भरतपुर के फुलवारा गांव में ओलावृष्टि से फसल खराब होने के बाद एक किसान ने परेशान होकर आत्महत्या कर ली. जिसको लेकर सोमवार को खेल मंत्री अशोक चांदना मृतक के घर पहुंचे और उनके परिजनों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि किसाने फसल खराबे से परेशान होकर आत्महत्या कर ली. इसकी रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी और जो संभव मदद होगी वो की जाएगी.

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मृतक किसान के परिवार से मिले मंत्री अशोक चांदना

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Published : Mar 9, 2020, 7:31 PM IST

भरतपुर. जिले के फुलवारा गांव में ओलावर्ष्टि से फसल खराबे से आहत होकर गुलाब सिंह नाम के किसान ने आत्महत्या कर ली. जिसके बाद खेल मंत्री अशोक चांदना सोमवार को मृतक किसान के घर पहुंचे और मृतक किसान के परिवार से मिले.

इस मौके पर मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि मैं ग्रामीणों और गुलाब सिंह के परिजनों से मिला हूं. उनका कहना है कि फसल खराबे से आहत होकर किसान ने आत्महत्या की है. इसकी सरकार को रिपोर्ट सौंपी जाएगी और मुख्यमंत्री सहायता कोष से जितनी भी पीड़ित परिवार को सहायता हो सकेगी उनको सहायता दी जाएगी. इसके अलावा जिन किसानों की फसल खराब हुई है उनको प्रावधानों के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा.

मृतक किसान के परिवार से मिले मंत्री अशोक चांदना

मंत्री चांदना ने बताया कि मृतक के परिजनों ने सरकारी नौकरी की मांग की, लेकिन पीड़ित परिवार में सभी बच्चे छोटे है. साथ ही पारिवारिक स्तिथि भी खराब है, लेकिन ऐसा कोई नियम प्रावधान नहीं है फिर भी कोई न कोई रास्ता निकाला जाएगा और पीड़ित परिवार की पूरी मदद की जाएगी.

इसके अलावा पहले भी प्राकृतिक आपदा से फसल खराबा हुआ था, लेकिन सरकार की तरफ से कम किसानों को मुआवजा दिया गया था. इसके बारे में जब मंत्री चांदना से पूछा गया तो वे इस सवाल से बचते नजर आए और कहा कि अगर किसी को शक है कि सरकार किसानों को मुआवजा नहीं देगी तो किसी को शक करने से रोका नहीं जा सकता है. 16 हजार करोड़ रुपए सरकार ने ऋण का माफ किया है. इतना कहकर वे इस सवाल से बचते हुए नजर आए.'

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साथ ही सवाल ये भी उठता है कि अगर सही समय पर सरकार ओलावर्ष्टि से खराबे के बाद मुआवजे का एलान कर देती तो शायद गुलाब सिंह को ये कदम नहीं उठाना पड़ता और गुलाब सिंह के बच्चों के ऊपर से बाप का साया नहीं उठता. वहीं, अब देखने वाली बात ये भी है कि मंत्री चांदना के दौरे के बाद गुलाब सिंह के परिवार को कितनी जल्दी सरकार से सहायता मिलती है.

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