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बाड़मेरः पटवारी ने गांव को लिया गोद, कहा- गांव में किसी को नहीं रहने दूंगा भूखा

कोविड-19 के इस संकट के दौरान बाड़मेर के एक पटवारी ने एक गांव को गोद ले लिया है. पटवारी का कहना है कि इस मुश्किल की घड़ी में किसी भी गांव वाले को भूखा नहीं रहने दूंगा.

बाड़मेर न्यूज, Lockdown,  COVID-19
पटवारी ने गांव को लिया गोद

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Published : Apr 28, 2020, 5:51 PM IST

बाड़मेर. कोविड-19 के संकट काल में हर कोई अपने सामर्थ्य के अनुसार आगे आकर गरीब जरूरतमंद की मदद करने में जुटे हुए हैं. इस मुसीबत की घड़ी में बाड़मेर के एक पटवारी ने पूरे गांव को गोद ले लिया है. पटवारी का कहना है कि इस मुश्किल की घड़ी में किसी भी गांव वाले को भूखा नहीं रहने दूंगा. साथ ही उसने नंदी गौशाला में एक चारे की गाड़ी भेंट की है.

पटवारी ने गांव को लिया गोद

बता दें कि बाड़मेर जिले की समदड़ी क्षेत्र के चारण बाड़ा निवासी अशोक चारण एक पटवारी के पद पर कार्यरत है और उनकी पोस्टिंग भुरटिया गांव में है. इनके पास उण्डखा का गांव का अतिरिक्त चार्ज है. कोविड-19 महामारी के संकट में उन्होंने आगे उण्डखा गांव के रेवेन्यू गांव पुनडो की बस्ती को गोद लिया है. उन्होंने कहा कि इस गांव में करीब एक हजार की आबादी है और कोविड-19 के इस महामारी के संकट में इस गांव में किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति को मैं भूखा नहीं रहने दूंगा.

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पटवारी अशोक चारण ने बताया कि मंगलवार को उन्होंने उपखंड अधिकारी नीरज मित्र को पत्र देकर इस गांव को गोद लिया है. उन्होंने बताया कि बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन की अपील पर उन्होंने नंदी गौशाला में एक चारे की गाड़ी भी भेंट की है और गांव के प्याऊ पर गर्मी को देखते हुए एक वाटर कूलर भी लगाया है. चारण ने भामाशाह से अपील करते हुए कहा कि कोविड-19 की इस मुश्किल की घड़ी में जितना हो सके जरूरतमंद लोगों की मदद करें.

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