बाड़मेर.जिले में एक ऐसी घटना सामने आई, जिससे देखने के लिए लोगों की भीड़ इकट्ठी होती चली गई. दरअसल, शुक्रवार को एक अस्वस्थ महिला को उसके परिजन चारपाई पर जिला कलेक्ट्रेट लेकर पहुंच गए. इसके बाद कलेक्टर अंशदीप के निर्देशों के बाद महिला को फिर से महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस दौरान लोगों की काफी भीड़ इकट्ठी हो गई.
अस्वस्थ महिला को चारपाई पर कलेक्ट्रेट लेकर पहुंचे परिजन वहीं, परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि चिकित्सकों ने इस बीमार महिला का पूरा इलाज किए बिना ही इसे छुट्टी दे दी, जिसके चलते परिजनों ने उस महिला को चारपाई पर लेकर कलेक्ट्रेट पर लाए और कलेक्टर से गुहार लगाते हुए अपनी पीड़ा बताई. इसके बाद कलेक्टर के निर्देश पर उसे फिर से अस्पताल में भर्ती करवाया गया.
पढ़ें- बाड़मेर: टिड्डी-ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, गिरदावरी करवाने की मांग
दरअसल, महिला दिवस से ठीक 1 दिन पहले अपने 4 बच्चों के साथ सो रही गुड्डी का उसके पति ने शराब के नशे में धारदार हथियार से वार करते हुए गला काट दिया था, जिसके बाद उसे आनन-फानन में परिजनों की ओर से उसे अस्पताल लाया गया, जहां उसका उपचार किया जा रहा था. वहीं, गुरुवार की शाम को राजकीय अस्पताल से उसे छुट्टी दे दी गई थी.
इस पर परिजनों का आरोप है कि पीड़िता गुड्डी फिलहाल पूर्ण रूप से स्वस्थ नहीं है, वह ना ही कुछ खाने-पीने और ना ही कुछ बोलने के हालत में है. ऐसे में चिकित्सकों ने उसे इलाज के लिए जोधपुर ले जाने के नाम पर छुट्टी दे दी. परिजनों ने कहा कि हम लोग गरीब हैं, उसका इलाज जोधपुर में नहीं करवा सकते, जिसके चलते आज हम उसको यहां लाए हैं.
पढ़ें- बाड़मेर के लाखेटा मेला में उमड़ा जनसैलाब, 'गेर नृत्य' रहा आकर्षण का केंद्र
बता दें कि इस पूरे मामले में महिला थाना पुलिस ने मुख्य आरोपी को घटना के कुछ ही दिनों बाद गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन परिजनों का आरोप है कि अभी भी कई आरोपी खुलेआम घूम रहे है, जो उन पर राजीनामे का दबाव बना रहे हैं. उन्होंने उन पर भी कानूनी कार्रवाई की मांग की है.