बाड़मेर. जिले में जैन समाज के एक दंपती ने स्वेच्छा से संसार छोड़ने के लिए संथारा लेने का फैसला लिया. शनिवार को 83 वर्षीय बुजुर्ग पुखराज संकलेचा ने संसार छोड़ दिया. उनके संसार छोड़ने के बाद उनकी 81 वर्षीय पत्नी गुलाबी देवी पार्थिव देह के पास बैठ गई और अपना संथारा पूर्ण करने के लिए मंत्र जाप शुरू कर दिए.
इससे पहले जिले के जसोल कस्बे में पति ने संसार छोड़ने का फैसला किया तो पत्नी ने भी अंजल त्याग दिया. बीते 18 दिनों से दंपती ने संथारा ले रखा था. वहीं दूर-दूर से लोग उनके दर्शन करने के लिए पहुंचे. संकलेचा परिवार के 150 से अधिक सदस्य देशभर से जसोल पहुंचे. परिवार के दो बुजुर्गों के संसार छोड़ने पर घर में शोक का नहीं बल्कि उत्सव जैसा माहौल देखने को मिला. परिवार के अनुसार जैन धर्म में मान्यता है कि संथारापूर्वक जीवन का त्याग करने से मनुष्य उत्तम गति प्राप्त करता है. वहीं बुजुर्ग की बैकुंठ यात्रा बड़े उत्साहपूर्वक निकाली गई. संकलेचा निवास से बैकुंठ यात्रा बैंड, ढोल, नगाड़ों के साथ मोक्षधाम पहुंची और बड़ी संख्या में लोग यात्रा में शामिल हुए.