बाड़मेर. नवनियुक्त जिला कलेक्टर विश्राम मीणा और विधायक मेवाराम जैन ने जिलेके राजकीय चिकित्सालय का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. साथ ही अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. इसके बाद विधायक और कलेक्टर ने अस्पताल में ही चिकित्सा अधिकारियों की बैठक भी ली. बैठक में उन्होंने अधिकारियों को कोरोना से निपटने के लिए अस्पताल में किए गए इंतजामों की विस्तारपूर्वक जानकारी ली.
कोरोना से लड़ने के लिए कितना मुस्तैद बाड़मेर जिला अस्पताल कलेक्टर विश्राम मीणा ने बताया कि अस्पताल का दौरा कर यहां की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली. ओपीडी की क्या स्थिति है, उसको लेकर भी जानकारी जुटाई और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने बताया कि जिले में फिलहाल कोई कोरोना पॉजिटिव नहीं है. लेकिन अगर ऐसी स्थिति बनती है तो उससे निपटने के लिए पहले से ही चिकित्सा व्यवस्था को दुरुस्त कर लिया गया है.
वहीं बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने बताया कि जिला राजकीय अस्पताल शहर के बीचो-बीच है. जिसे कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित किया जा रहा था. इसे लेकर उन्होंने आपत्ति जताई, क्योंकि उनके मुताबिक शहर के इस अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए 100 बेड आरक्षित करना ठीक नहीं है.
पढे़ं:बाड़मेर: चौहटन में लॉकडाउन के दौरान बेवजह घूमने वालों पर पुलिस सख्त, वाहन जब्त करने की कार्रवाई शुरू
शहर से कुछ ही दूरी पर बहुत बड़ा मेडिकल कॉलेज है. वहां पर इन बेड की व्यवस्था की जाए और भी प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज समेत कई जगह है. जहां पर इस तरह की व्यवस्था की जा सकती है. लेकिन शहर के बीचो-बीच जिला अस्पताल में कोरोना मरीजो के लिए अभी से आरक्षित करना ठीक नहीं है. क्योंकि शहर से दूर मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज समेत कई ऐसे स्थान है. जहां पर उन मरीजों को रखा जा सकता है. विधायक ने लोगों से संयम और धैर्य के साथ कुछ दिन अपने घरों में रहने की अपील की.