बाड़मेर. पिछले लंबे समय से बाड़मेर शहर में लोग आवारा पशुओं से परेशान हैं. आलम यह है कि कई बार तो सड़कों और रास्तों पर आवारा पशुओं के आपस में झगड़ने के चलते वहां से गुजरने वाले कई लोग जख्मी तक हो चुके हैं. आवारा पशुओं का आतंक इस कदर है कि शहर में लोग कई बार इसकी शिकायत नगर परिषद और जिला प्रशासन से कर चुके हैं, लेकिन किसी ने भी सुनवाई नहीं की. नगर परिषद में महज खानापूर्ति करने के लिए कुछ समय पहले आवारा पशुओं को शहर से बाहर ले जाकर छोड़ा था, लेकिन उसके बाद हालात फिर जस के तस ही है.
बाड़मेर में गौशाला निर्माण के लिए जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों ने की सहयोग की घोषणा अब गहलोत सरकार में बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने एक नई पहल के तहत कुशल वाटिका ट्रस्ट से आग्रह किया है कि वह कुछ जमीन दें. ताकि वहां पर वे गौशाला का निर्माण करवा सकें. बताया जा रहा है कि इसके लिए कुशल वाटिका ट्रस्ट ने हामी भी भर दी है. कुशल वाटिका में विधायक मेवाराम जैन ने गौशाला निर्माण के लिए विधायक कोष से ₹50, लाख देने की घोषणा की है.
इसके साथ ही गोपालन एवं खनिज मंत्री प्रमोद जैन भाया ने भी कुछ दिन पहले ही विभाग की ओर से ₹50 लाख देने की घोषणा की थी. नगर परिषद सभापति लूणकरण बोथरा ने 11 लाख रुपए और नाकोड़ा ट्रस्ट ने 31 लाख रुपए, जिला प्रमुख प्रियंका मेघवाल ने जिला परिषद से 10 लाख रुपए, कुशल वाटिका ट्रस्ट के अध्यक्ष भंवरलाल छाजेड़ सहित कई अन्य समाजसेवियों ने गौशाला निर्माण के लिए सहायता की घोषणा की है.
कांग्रेस विधायक मेवाराम जैन के अनुसार बाड़मेर शहर में भी आवारा पशुओं का आतंक था. जिससे लोग परेशान थे, लेकिन अब कुशल वाटिका ट्रस्ट, प्रशासन और गोपालन विभाग के सहयोग से एक गौशाला का निर्माण करवाया जाएगा.
जिसमें बाड़मेर शहर के दो हजार से ज्यादा आवारा पशुओं को रखा जा सकेगा. वहीं बाड़मेर जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने कहा कि जिस तरीके से कुशल वाटिका ट्रस्ट और समाजसेवियों ने गौशाला के लिए घोषणा की है, उससे बाड़मेर शहर को आवारा पशुओं से निजात मिल सकेगी और इसके लिए प्रशासन पूरा सहयोग करेगा.