बाड़मेर. बाड़मेर के अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओमप्रकाश विश्नोई ने अपने वाहन चालक को सेवानिवृत्ति के अवसर पर ऐसा तोहफा दिया जो पूरे जिले में सुर्खियां बटोर रहा है. सब मिसाल दे रहे हैं एडीएम साहब की. वर्षों से बतौर ड्राइवर महकमे को सेवाएं देने वाले मदन दास को भी ऐसी विदाई की उम्मीद नहीं थी.
एडीएम बने 'सारथी'!:एडीएम ओपी विश्नोई ने स्टेयरिंग व्हील सम्भाली और किसी सारथी की मानिंद मदनदास को बगल में बिठा कर घर (Barmer ADM Drove away Driver Home On Retirement Day) पहुंचाया. अधिकारी के इस तोहफे से ड्राइवर भी भावुक हो गए. खुश हुए कि सेवानिवृत्ति पर साहब ने उन्हें इतना बड़ा सम्मान दिया.
जिसने भी देखा कहा- वाह:ड्राइवर मदनदास और उनके परिवार के लिए ये कभी न भूल पाने वाले पल रहे तो वहीं एडीएम को जिसने भी ड्राइविंग करते देखा उसने भी तारीफ की. सबने कहा अधिकारी हो तो ऐसा. एडीएम ने मदनदास को घर पहुंचाने के साथ ही उन्हें अभूतपूर्व सेवाओं (Barmer ADM Gift To Driver On Retirement) के लिए साधुवाद दिया.
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कभी न भूलने वाला पल:मदनदास और एडीएम विश्नोई दोनों के लिए ये कभी न भूलने वाले पल थे. मदनदास पिछले 40 सालों से कलेक्ट्रेट में ही सेवायें दे रहे थे. 31 जनवरी को रिटायर हुए थे तो खुशियों के साथ दिल में दर्द भी था. ऐसे समय में ही एडीएम ने खुशियों की सौगात दी. मदन दास ने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरे रिटायरमेंट पर कोई अधिकारी मुझे इस तरह से विदाई देगा आज का दिन मेरे और मेरे परिवार के लिए यादगार रहेगा.
अतिरिक्त जिला कलक्टर ओमप्रकाश विश्नोई ने बताया कि मदनदास का व्यवहार बहुत आत्मीय था. ऐसा कभी नही लगा कि ये मेरे ड्राइवर (Barmer ADM Gift To Driver On Retirement) हैं. एक परिवार के सदस्य की तरह रहे और अपने काम के प्रति समर्पित रहे. आज मदनदास सेवानिवृत्त हुए इनकी कमी हमेशा खलेगी. गर्व से बोले- मैंने मदन दास को आगे की सीट पर बिठा कर खुद गाड़ी चला कर उन्हें सम्मान के साथ घर तक पहुंचाया मेरे लिए भी ये लम्हे यादगार रहेंगे.