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अवैध कपड़ा धुलाई फैक्ट्रियों पर चला प्रशासन का पीला पंजा - Illegal clothes washing

बाड़मेर के सिवाना उपखंड क्षेत्र के राजस्व ग्राम सिणेर और अन्नपूर्णानगर में चल रहे अवैध कपड़े धुलाई ईकाईयों पर आखिरकार प्रशासन का पीला पंजा चल ही गया. कार्रवाई के दौरान सिवाना उपखंड अधिकारी कुसुमलता चौहान ने पांच फैक्ट्रियों को बंद करवाया.

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प्रशासन ने अवैध कपड़ा धुलाई फैक्ट्रियों पर चलाया बुलडोजर

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Published : Jan 6, 2021, 10:54 PM IST

सिवाना (बाड़मेर).जिले के सिवाना क्षेत्र के सिणेर अन्नपूर्णानगर में चल रही अवैध कपड़े धुलाई की फैक्ट्रियों पर बुधवार को सिवाना उपखण्ड अधिकारी ने पुलिस जाब्ते सहित मौके पर पहुंचकर बुलडोजर चलाकर पानी की होदियों और आडान को ध्वस्त किया.

अवैध कपड़ा धुलाई इकाई ध्वस्त

बता दें कि सिणेर क्षेत्र में लंबे समय से अवैध कपड़े धुलाई का कार्य चल रहा था. जिससे खेतों की भूमि रासायनिक पानी से बंजर हो रही थी. जिसको लेकर ग्रामीणों ने कई बार उच्चाधिकारियों को शिकायत कर रखी थी. प्रदूषण बोर्ड की ओर से बालोतरा में रासायनिक पानी से जल और मृदा प्रदूषण फैलेने के कारण रोक लगा रखी है. फैक्ट्री मालिकों ने नियमों को ताक में रखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में अपना कारोबार संचालित कर लिया.

रासायनिक पदार्थों से पानी होता है खारा

कपड़ा धुलाई के कारण किसानों की जमीन हो रही खराब

कपड़े धुलाई से कास्टिक खेतों की जमीन में जाने से पानी खारा होता है. साथ ही जमीन भी बंजर होती है. फैक्ट्री मालिक खुद के फायदे के लिए क्षेत्र के किसानों का गला घोंट रहे हैं. किसानों की जमीनें बंजर हो रही है. साथ ही पानी भी खारा होने की प्रबल संभावना है. ग्रामीणों की शिकायत पर प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए फैक्ट्रियों पर बुलडोजर चलाकर होदिया और आडान को ध्वस्त किया गया.

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कितने दिन तक रहेगी बन्द

प्रशासन ने चलाया पीला पंजा

ग्रामीणों ने दबी जबान बताया कि क्या प्रशासन की ओर से की गई कार्रवाई से किसानों को हमेशा के लिए राहत मिलेगी या प्रशासन की लीपापोति से फैक्ट्रियां वापिस शुरू हो जाएंगी. इससे पहले उपखण्ड अधिकारी ने मौके पर जाकर नोटिस देकर इतिश्री कर ली थी, लेकिन एक दिन भी फैक्ट्रियां बन्द नहीं हुई. क्या इस बार भी ऐसा ही होगा या फिर स्थाई रूप से बन्द होगी. ये भविष्य के गर्भ में है.

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