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Published : Sep 24, 2019, 10:37 AM IST

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प्रेमी युगल के फंदे पर झूलने के मामले में नया मोड़, परिजन जता रहे हत्या की आशंका

बांसवाड़ा में चार सितंबर को प्रेमी युगल द्वारा फांसी के फंदे पर झूलकर आत्महत्या करने का मामले में अब तक कोई नया मोड़ नहीं आया है. ऐसे में मृतका के परिजनों का कहना है कि पुलिस इस मामले की गहनता से जांच नहीं कर रही है. वहीं बार-बार इसे सुसाइड थ्योरी का एंगल करार दे रही है.

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बांसवाड़ा.शहर के मोटा गांव थाना इलाके में बीते चार सितंबर को प्रेमी युगल द्वारा फांसी के फंदे पर झूलकर आत्महत्या करने का मामला दिनो-दिन पहेली बनता हुआ नजर आ रहा है. वहीं परिजनों का आरोप है कि पुलिस जांच के इस मामले में अभी तक कई पहलुओं को छुआ भी नहीं है. परिजनों को इसे सुसाइड थ्योरी के तौर पर पेश कर युगल की मौत के कारणों पर पर्दा डाल रही है.

प्रेमी युगल मामला-जमीन पर टिके थे दोनों के पैर

परिजनों ने खुद से ही इस पूरे मामले में कुछ सबूत जुटाए गए हैं. जिनसे कथित आत्महत्या का मामला कुछ नई कहानी बयां करता हुआ नजर आ रहा है. बता दें कि मोटा गांव थाना क्षेत्र के देलवाड़ा रावणा गांव में 20 दिन पहले सुबह देवी लाल बुनकर के पुराने मकान में उसके पुत्र करण और जगपुरा गांव निवासी कन्हैया लाल मेघवाल की पुत्री मनीषा एक साथ फंदे पर झूलते पाए गए थे. पुलिस ने मौके का मुआयना कर मामले को आत्महत्या करार दिया था.

वहीं बताया जा रहा है कि घटनास्थल पर प्रेमी युगल फंदे पर झूले हुए थे. लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि दोनों के पांव जमीन पर टिके हुए थे. यहां तक कि आधा-आधा फीट पावं जमीन पर थे. वहीं हैंगिंग के मामलों में ऐसा संभव नहीं है. हवा में झूलने पर सारा जोर गर्दन पर पड़ता है और रस्सी के खिंचाव से गले की नदी टूटते हुए सांस लेना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में आंखें और जुबान बाहर निकल आती है. जबकि इस मामले में ऐसा कुछ भी होता हुआ नजर नहीं आ रहा है.

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परिजनों द्वारा अपने स्तर पर घटनास्थल वाले रास्ते का सीसीटीवी फुटेज निकलवाया गया. विडियो में यह साफ देखा जा सकता है कि घटना से महज 20 सेकेंड पहले एक स्कूटी सहित चार मोटर साइकिल का निकलना पूरे मामले को संदिग्ध बना रहा है. चार सितंबर को तड़के तीन बचकर 50 मिनट और 28 से 48 सेकंड के बीच एक के बाद एक करीब चार दोपहिया वाहन इस रास्ते से निकले.

परिजनों के अनुसार इनमें एक बाइक पर 3 लोग सवार थे. जिनमें एक युवती शामिल थी. वहीं उन दोपहिया वाहनों में मृतक करण के भी एक मोटर साइकिल पर सवार होने की बात सामने आ रही है. इन चारों वाहनों पर कुल 10 लोग सवार थे.

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परिजनों के अनुसार मृतक करण के पास दो मोबाइल थे. वहीं इस मोबाइल की कॉल डिटेल्स के आधार पर पुलिस मामले का पता लगा सकती थी, लेकिन पुलिस मामले को सुसाइड थ्योरी पर घुमाने में जुटी है. मृतका के पिता कन्हैयालाल के अनुसार हमने घटनास्थल को देखा है. जहां पर दोनों के पांव जमीन पर टिके हुए थे. वहीं गले में रस्सी के फंदे की गांठ ढीली पाई गई है. इस पूरे मामले में पुलिस जांच में बड़ी लापरवाही कर रही है.

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