अलवर.राजस्थान केअलवर में सरकारी जमीनों पर कब्जा (Possession of Land in Alwar) करने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. अलवर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के मालाखेड़ा व आसपास क्षेत्र में जमीन व सरकारी पहाड़ गलत तरह से लोगों के नाम हस्तांतरण करने, रामगढ़ व आसपास क्षेत्र में सरकारी जमीनों पर कब्जा करने और हाल ही में अलवर शहर में एक कब्रिस्तान की जमीन गलत तरह से मंत्री के चहेते लोगों के नाम चढ़ाने का मामला सामने आया.
जिसके बाद एसडीएम व तहसीलदार को निलंबित किया गया, साथ ही राजगढ़ मालाखेड़ा व अन्य क्षेत्र की जमीनों की गड़बड़ी की जांच आईएएस अधिकारी कर रहे हैं. लेकिन उसके बाद भी अलवर में जमीनों पर कब्जे के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे. खुलेआम राजनीतिक संरक्षण में जमीनों पर कब्जा करने का खेल चल रहा है. कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता नसरू खां ने अपनी ही पार्टी के नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए. मंगलवार को अलवर में एक प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली ने हाईकोर्ट के आदेशों को नहीं माना है. कब्रिस्तान की जमीन मंत्री के चहेते लोगों के नाम चढ़ा दी गई. कुछ दिन पहले सावडी क्षेत्र में जमीन पर कब्जा करके लोगों को देने के मामले सामने आए.
उन्होंने दस्तावेज पेश करते हुए (Congress Senior Leader Nasru Khan) कहा कि राज्य में शहर से बाहर रहने वाले लोगों को जमीनी दी जा रही हैं. जो लोग मर चुके हैं, उनके नाम जमीन चढ़ाई जा रही है. रातों-रात यह खेल चल रहा है. सरकारी कार्यालय में रात भर जमीन हस्तांतरित व ट्रांसफर करने के काम होते हैं. आरटीआई में मिले दस्तावेजों के आधार पर उन्होंने कहा कि अलवर में करोड़ों-अरबों रुपए की जमीन पर कब्जा हो गया.
पढ़ें :पूर्व मंत्री नसरू खां फिर भड़के, अपनी ही पार्टी के मंत्री व विधायक पर लगाए गंभीर आरोप
सरकारी जमीनों पर कॉलोनियां कट गईं, लेकिन प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है. उन्होंने कहा कि रामगढ़ में भी यह खेल चल रहा है. खुद रामगढ़ विधायक व उनके पति जुबेर खान सरकारी जमीन पर कब्जा कर के बैठे हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रशासन पूरे मामले को दबाने में लगा हुआ है. अगर समय रहते प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो आने वाले समय में इस मामले को लेकर पीआईएल दायर की जाएगी व न्यायालय के समक्ष सभी दस्तावेज (Nasru Khan Targets Minister Tikaram Jully) पेश किए जाएंगे. प्रशासन की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया गया तो इस मामले से प्रदेश के मुख्यमंत्री को अवगत कराया जाएगा. साथ ही आने वाले समय में अलवर में होने वाले राहुल गांधी के कार्यक्रम के दौरान उनके सामने भी अलवर के हालात को रखा जाएगा.