अलवर. जिले में 16 जनवरी से कोरोना वैक्सीन लगने की प्रक्रिया शुरू हुई थी. अब तक केवल 3 दिन वैक्सीन लगी. इन 3 दिनों में जिले में लगभग सात केंद्रों पर 1782 डॉक्टर नर्सिंग स्टाफ हेल्थ वर्करों को कोरोना वैक्सीन लगाई गई. वहीं बीच-बीच में अवकाश होने के कारण वैक्सीन की प्रक्रिया रोकनी पड़ी. 22 जनवरी से फिर से जिले के साथ केंद्रों में कोरोना वैक्सीन लगने की प्रक्रिया शुरू होगी.
अलवर को शुरुआत में 19 हजार से अधिक कोरोना वैक्सीन मिली थी. इसमें से 19 हजार वैक्सीन की डोज रखी हुई है. साथ ही अलवर को दूसरे चरण में 25,000 से अधिक कोरोना की वैक्सीन मिलेगी. उसके लिए स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों की टीम जयपुर पहुंच चुकी है. वैक्सीन को अलवर के मुंगस्का स्थित भंडार केंद्र में रखा जा रहा है.
वैक्सीन लेने के लिए टीका एक्सप्रेस जयपुर पहुंच चुकी है. अलवर में रात तक वैक्सीन आने की उम्मीद है. अलवर कोल्ड चेन में 7 से 10 लाख वैक्सीन रखने की व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग की तरफ से की गई है. 22 जनवरी से अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल, सेटेलाइट अस्पताल काला कुआं, सीएचसी बड़ोद, सीएचसी किशनगढ़ बास, सानिया हॉस्पिटल अलवर, सीएचसी मुंडावर, सीएससी कोटकासिम में वैक्सीन लगाई जाएगी.
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स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा पहली दोस्त लगने के 28 दिन बाद वैक्सीन की दूसरी दोष लगाई जाएगी. इसलिए वैक्सीन का डोज रिजर्व रख लिया गया है. जिससे दूसरे लोग समय पर लग सके. वहीं दूसरी तरफ अलवर में वैक्सीन लगवाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर नर्सिंग स्टाफ ने कर्मियों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है.