ब्यावर (अजमेर). जिले के सनातन धर्म राजकीय महाविद्यालय के छात्र संघ चुनावों में 10 साल बाद एनएसयूआई ने अध्यक्ष पद पर अपना कब्जा जमाया है. अध्यक्ष पद पर एनएसयूआई प्रत्याशी अनुप्रिया चैधरी ने मात्र तीन मतों से जीत हासिल कर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पुष्पेन्द्र साहू को हराया है. वहीं शेष तीनों पदों पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रत्याशियों ने कब्जा बरकरार रखा. बुधवार को एसडी कॉलेज में शुरू हुई मतगणना का परिणाम दोपहर बाद आया.
ब्यावर में अध्यक्ष पद पर एनएसयूआई का कब्जा जहां परिणाम में अध्यक्ष पद पर एनएसयूआई की जीत की घोषणा होते ही महाविद्यालय के बाहर खडे एनएसयूआई और कांग्रेस के पदाधिकारियों में खुशी की लहर दौड़ गई. सभी ने एक दूसरे को जीत की बधाई देते हुए जश्न मनाया. वहीं मतगणना के बाद परिणाम में हुई देरी को लेकर अध्यक्ष पद के मतों की रिकाउंटिंग का होना सामने आया है. जीत का अंतर कम होने के कारण अध्यक्ष पद के मतों की दो बार रिकाउटिंग की गई जिसके बाद ही परिणामों की घोषणा हुई.
वहीं उपाध्यक्ष पद पर एबीवीपी के विनोदसिंह रावत ने 997 मत प्राप्त कर एनएसयूआई के सुनील तेली को 255 मतों से हराया. साथ ही महासचिव पद पर एबीवीपी के सूर्यप्रकाश जोशी ने 988 मत प्राप्त कर एनएसयूआई के दीपक वैष्णव को 236 मतों से और संयुक्त सचिव पद पर एबीवीपी के कमलेश बक्सानी ने 995 मत प्राप्त कर एनएसयूआई के राकेश मेघवाल को 254 मतों से पराजित किया. परिणामों की घोषणा के बाद विजयी प्रत्याशियों को बंद कमरे में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई.
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अध्यक्ष पद पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की हार के बाद एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने धांधली का आरोप लगाया है. बुधवार शाम को विधायक शंकरसिंह रावत परिषद के चारों प्रत्याशियों के साथ एसडी कॉलेज पहुंचे और मुख्य चुनाव अधिकारी सुप्रतिक पाठक, प्राचार्य पीआर देपाल से मुलाकात कर अपना विरोध दर्ज करवाया. इस दौरान विधायक शंकरसिंह रावत ने परिषद कार्यकर्ताओं की ओर से लगाए गए आरोपों पर चर्चा की. परिषद कार्यकर्ताओं ने मतगणना के दौरान सभी प्रकार की पाबंदिया होने के बाद भी डाटा लीक होने, चुनाव के दौरान वोटर लिस्ट उपलब्ध नहीं करवाने, मतदान के दौरान मंगलवार को कमरा संख्या आठ में संविदाकर्मी की ड्यूटी लगाने सहित अन्य आरोप लगाए.
चर्चा के दौरान विधायक रावत ने मतगणना के सभी दस्तावेंज उपलब्ध करवाने की मांग की लेकिन कॉलेज प्रशासन ने इसे अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर बताते हुए असमर्थता जताई. जिस पर विधायक रावत ने जिला कलेक्टर से बातचीत की तो उन्होंने भी यही बात दोहराई. विधायक रावत ने बताया कि चुनाव के दौरान धांधली हुई है जिसका परिणाम है कि अध्यक्ष पद पर एनएसयूआई को जीत मिली है. रावत ने बताया कि जब शेष प्रत्याशियों ने दो सौ से अधिक मतों से जीत दर्ज की है तो फिर अध्यक्ष पद पर मात्र तीन वोटों से एबीवीपी के प्रत्याशी की हार कैसे संभव है. उन्होने कहां कि इसको लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अदालत का दरवाजा खटखटा सकती है. बता दें कि एसडी कॉलेज में मंगलवार को संपन्न हुए मतदान के दौरान महाविद्यालय के 4 हजार 222 मतदाताओं में से एक हजार 808 मतदाताओं ने अपने मताधिकारी का उपयोग किया था. साथ ही महाविद्यालय में कुल मतदान 42.82 प्रतिशत रहा.