अजमेर. ख्वाजा गरीब नवाज का शहर अजमेर कौमी एकता की मिसाल के लिए पूरे देश में मशहूर है. वहीं, कोरोना महामारी और बरकत के महीने रमजान में एक नई मिसाल पेश हुई है.
अजमेर में हिन्दु दंपति ने रखा रोजा दरअसल, शहर के राहुल और उनकी पत्नी ने रोजा रखा और देश के हालातों पर गरीब नवाज के सामने अर्जी लगाते हुए उनसे गुहार की है, कि इस महामारी के बीच पूरे देश को वह बचाएं. ईद हो या फिर दिवाली सभी एक साथ खड़े होकर त्योहारों को मनाते हैं, लेकिन इस बार कोरोना के चलते सभी त्योहार फीखे पड़ चुके हैं.
लोंगिया क्षेत्र में रहने वाले राहुल रेगर ने बताया, कि उन्होंने रोजा रखा है. जहां इसे रखने से कई तरह की बीमारियों के साथ-साथ कई परेशानियां भी दूर हो जाती है. राहुल दुआ मांगी है, कि इस देश को कोरोना की महामारी से मुक्ति मिले और एक बार फिर देश में सभी त्यौहार एक साथ मनाए.
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राहुल, बताया कि उसने मनीषा के साथ प्रेम विवाह किया था और कई सालों से रमजान के पावन मौके पर रोजा रखते हैं. इस बार भी उन्होंने रोजा रखा है. राहुल ने बताया, कि अजमेर में सभी एक दूसरे के साथ मिलकर अपने त्योहारों को मनाते हैं. लेकिन इस बार त्यौहार के साथ-साथ मीठी ईद भी फिखी हो चुकी है. वही, मनीषा बताती है, कि उन्हें रोजा रखकर काफी सुकून मिलता है. इफ्तारी के समय जमीन पर घुटने टेककर हाथों को अल्लाह के सामने उठाकर वह इबादत करते हैं.