ब्यावर (अजमेर). राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय में सर्पदंश के बाद उपचार के लिए भर्ती हुई बालिका की देर रात मौत हो गई. मृतका के परिजनों ने ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में हंगामा खड़ा कर दिया. घटना की जानकारी मिलते ही शनिवार सुबह अस्पताल मोर्चरी के बाहर बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए.
सर्पदंश शिकार बालिका की मौत पर अस्पताल में हंगामा ग्रामीणों ने मृतका के शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से करवाने और लापरवाही बरतने वाले चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. इस दौरान मौके पर पहुंचे नून्द्रीमालदेव सरपंच कानाराम गुर्जर और पुलिस प्रशासन ने ग्रामीणों को समझाकर मामला शांत करने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण नहीं माने.
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जानकारी मिलने पर विधायक शंकरसिंह रावत और तहसीलदार रमेशचंद बहेड़ा भी अस्पताल पहुंचे. विधायक रावत और तहसीलदार बहेड़ा ने ग्रामीणों से बातचीत कर मामले की जानकारी ली. इस दौरान विधायक ने मृतका के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाने और दोषी चिकित्सक के खिलाफ उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया तब कहीं जाकर ग्रामीण शांत हुए.
पीसीसी सचिव पारसमल जैन, नगर परिषद सभापति श्रीमती कमला दगदी भी अस्पताल पहुंचे. लापरवाह चिकित्सक के निलम्बन की अनुशंसा करते हुए जिला कलेक्टर को एक पत्र प्रेषित किया. साथ ही इसकी जानकारी चिकित्सा मंत्री को भी भेजी गई. विधायक के आश्वासन के बाद सदर थाना पुलिस ने पंचनामा तैयार करवाकर शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाने के बाद लाश परिजनों के सुपुर्द की. मृतका के परिजनों ने सिटी थाना पुलिस को लापरवाह चिकित्सक के खिलाफ लिखित में शिकायत दी है.
जानकारी के अनुसार शिवनाथपुरा निवासी प्रभूलाल गुर्जर की 13 वर्षीय पुत्री रेखा शुक्रवार रात को घर पर सो रही थी कि इस दौरान सांप ने उसकी अंगुली पर डस लिया. घटना की जानकारी के बाद परिजन उसे उपचार के लिए लेकर एकेएच पहुंचे. अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक विवेक भटनागर ने उसका परीक्षण करते हुए किसी अन्य जानवर के काटने का अंदेशा व सर्पदंश का मामला होने से इंकार करते हुए बालिका को फीमेल मेडिकल वार्ड में भर्ती कर लिया. जिससे बालिका की इलाज के दौरान ही मौत हो गई.