अजमेर. जिले की सेंट्रल जेल में एक माह से बंद दो कैदियों को बुधवार को जमानत पर रिहा किया गया था, लेकिन जैसे ही वो जेल से बाहर आए कुछ अज्ञात बदमाशों द्वारा उनका अपहरण कर लिया गया. परिजनों ने सिविल लाइन थाने में मामले की जानकारी दी. अपहरण के कुछ देर बाद कैदियों को अज्ञात बदमाश जेल के बाहर छोड़ गए. परिजनों ने उनका पीछा किया और एक कार चालक को दबोच लिया.
परिजनों के आंखों सामने कैदियों का अपहरण, दरअसल, सेंट्रल जेल के बाहर से 2 कैदियों के रिहा होने के बाद कुछ अज्ञात बदमाशों द्वारा दोनों कैदियों का अपहरण कर लिया गया था. कैदी के परिवार वालों ने सिविल लाइन थाना पुलिस को मामले की जानकारी दी. पुलिस ने दोनों कैदियों के अपहरण के बाद शहर में नाकाबंदी कर दी थी और उसके कुछ देर बाद एक कार में दोनों ही कैदियों को वापस सेंट्रल जेल के बाहर अज्ञात लोग छोड़ कर चले गए.
जिस पर परिवार वालों ने अज्ञात बदमाशों को पकड़ने की कोशिश की. वहीं गाड़ी चालक परिवार वालों के हाथ लग गया. परिजनों ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस ने मामला दर्ज कर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है और मामले की पड़ताल की जा रही है. बता दें कि किशनगढ़ के आकोडिया गांव निवासी शरीफ और हरिनारायण पिछले एक महीने से अजमेर की केंद्रीय कारागृह जेल में बंद थे.
वहीं दोनों कैदियों को जमानत पर बुधवार को रिहा किया गया, लेकिन जैसे ही शरीफ और हरिनारायण को रिहा किया गया तो अज्ञात बदमाशों ने उन्हें पकड़ कर गाड़ी में बैठा लिया. सिविल लाइन थाना पुलिस को परिवार द्वारा सूचना देने पर उन्होंने शहर में नाकाबंदी कर दी. जिस पर अज्ञात बदमाश फरार हो गए, लेकिन गाड़ी चालक परिजनों के हत्थे चढ़ गया, जिसे सिविल लाइन थाने को सुपुर्द कर दिया गया. पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.