अजमेर. सेंट्रल जेल अजमेर में मोबाइल मिलने की घटनाओं के बाद नशे का सामान भी उपलब्ध कराया जा रहा है. यहां मोबाइल के साथ कैदियों को नशे की चीजे भी आसानी से मुहैया हो रही है. रविवार को दो अलग-अलग मामलों में जेल से नशीला पदार्थ पकड़ा है.
बंदी ने अंडरवियर में छुपा रखी थी अफीम की पुड़िया
झुंझुनूं जेल से स्थानांतरित होकर अजमेर की सेंट्रल जेल पहुंचे एक बंदी की तलाशी में अफीम की पुड़िया बरामद की गई. आरोपी बंदी ने दो अंडरवियर पहन रखी थी. अफीम इनके बीच छुपाई गई थी. दरअसल, झुंझुनू निवासी सुमेर पुत्र गंगाराम आरोपी को झुंझुनूं जेल से ट्रांसफर कर अजमेर की सेंट्रल जेल में भेजा गया. जो चालानी गार्ड की सुरक्षा के बीच में जेल पहुंचा था. भीतर घुसने पर आरएससी के हेड कांस्टेबल छत्रसाल ने उसकी तलाशी ली तो उसकी अंडरवियर से 8 ग्राम अफीम बरामद हुई. आरोपी बंदी सुमेर ने दो अंडरवियर पहन रखी थी. अफीम इनके बीच छुपाई गयी थी. जेल प्रशासन की रिपोर्ट पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
अजमेर जेल में पकड़ा मादक पदार्थ संतरे में छिपाकर अजमेर जेल में पहुंच रही है चरस
इसी तरह विचाराधीन बंदी से मुलाकात करने पहुंची उसकी परिचित महिला की तलाशी में संतरों के बीच में से नशीले पदार्थ को बरामद किया. महिला 2 किलो संतरों में नशीला पदार्थ छुपाकर जेल में पहुंचाने की फिराक में थी. दरअसल, पुष्कर की रहने वाली माया रविवार दोपहर में सेंट्रल जेल में अपने परिचित विचाराधीन कैदी रमेश पुत्र हीरालाल से मिलने पहुंची थी. माया के पास संतरे सहित अन्य खाने-पीने का सामान था. जो उसे जेल में रमेश को देना था. जेल के गेट पर तैनात हेड कांस्टेबल जीवनराम ने शक होने पर माया को संतरे दिखाने को कहा. संतरे वजन में ज्यादा लगे तो जीवनराम का शक गहरा हो गया. उसने वहीं एक सतरा छीलकर देखा इस दौरान माया दिखाने में आनाकानी करने लगी. जैसे ही संतरा छिला तो उसमें प्लास्टिक की पन्नी में धूप बती के आकार में नशीला पदार्थ छिपा हुआ मिला. इस पर एक के बाद एक लगभग 9 संतरों में नशीला पदार्थ था. आरएससी ने सभी संतरों को जप्त कर महिला को पुलिस को सौप दिया है. संतरो में लगभग 37 ग्राम चरस था.
जेल प्रशासन की रिपोर्ट पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने दोनों मामलों में आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने बंदी और महिला के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है.
अब तक जेल से इतने मामले आए सामने
आरएसी ने बीते तीन साल में अजमेर सेंट्रल जेल और हाई सिक्योरिटी जेल में 40 से ज्यादा प्रतिबंधित वस्तुएं पकड़ी है. इसमें सबसे ज्यादा मोबाइल फोन और मादक पदार्थ की पुड़िया शामिल है. इसके बावजूद जेल के भीतर मोबाइल व नशे की पुड़िया पहुंच रही है.