उदयपुर. कांग्रेस के विधायकों की खरीद फरोख्त वाला जिन्न जब तब बाहर निकलता ही रहता है (Rajasthan horse trading). एक बार फिर निकला है. प्रदेश के पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के वॉयस सैंपल को लेकर बयान दिया था, इसी पर उदयपुर पहुंचे शेखावत नाराज दिखे. मानहानि के मुकदमे का जिक्र भी किया. पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए मंत्री शेखावत ने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि विश्वेंद्र सिंह को न तो देश के कानून की जानकारी है और न ही इस पूरे विषय की.
पूछा सवाल:मंत्री शेखावत बोले, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस पार्टी के पीसीसी अध्यक्ष मुझे वॉयस सैंपल देने से कतराने की बात करते हैं. इन लोगों से मैं पूछना चाहूंगा कि विश्वेंद्र सिंह से वॉइस सैंपल क्यों नहीं मांगते? मंत्री शेखावत ने इससे आगे कहा कि जब से यह मामला सामने आया, तब से लेकर अब तक राजस्थान की पुलिस ने मुझे वॉइस सैंपल देने के लिए एक बार भी नोटिस नहीं दिया. ऐसे में जो लोग देश के कानून व्यवस्था को समझते हैं, वो जानते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के अनुरूप किसी भी व्यक्ति को अपने खिलाफ एविडेंस देने के लिए पुलिस सीधे तौर पर नोटिस नहीं कर सकती है. न्यायालय में जाकर आदेश लेना होता है.
खारिज हो चुकी है एसीबी की एप्लीकेशन :मंत्री ने कहा कि 2021 में राजस्थान की एंटी करप्शन ब्यूरो जब न्यायालय में गया था, उस दौरान न्यायालय ने उनकी एप्लीकेशन को खारिज कर दिया था. वॉइस सैंपल को लेकर न्यायालय ने पुलिस को अनुमति नहीं दी. इतना ही नहीं पुलिस ने आज तक मुझे नोटिस तक नहीं दिया. ऐसे में वॉइस सैंपल किस तरह से दे सकता हूं.