उदयपुर.लेक सिटी (Lake City) में पिछले कुछ वर्षों से स्मार्ट सिटी का कार्य जारी है. ऐसे में स्मार्ट सिटी (Smart City) के तहत कई काम किए जा रहे हैं, जिनमें कुछ काम तो अब अंतिम चरण में है. जबकि कुछ अभी भी बहुत धीमी रफ्तार से देखने को मिल रहे हैं. हालांकि स्मार्ट सिटी के अधिकारियों का कहना है कि उदयपुर शहर में स्मार्ट सिटी का कार्य फरवरी और मार्च तक पूरा करने की संभावना जताई जा रही है.
शहर के परकोटा क्षेत्र में इंटीग्रेटेड का काम चल रहा है. वहीं कमीशन रिंग का काम फिलहाल अभी तक पूरा नहीं हो सका है. स्मार्ट सिटी के तहत हेरिटेज के लिए कई काम किए गए हैं, जिसमें शहर के परकोटे की दीवार को एक नया लुक दिया गया है.
स्मार्ट सिटी के अधिकारी ने बताया कि अब तक सिविल वर्क पूरा हो चुका है. लेकिन जब तक कमिश्नर रिंग पूरी नहीं होती है, तब तक एंड यूजर को फायदा नहीं होता है. जिस में पानी की सप्लाई और अंडरग्राउंड बिजली की सप्लाई का कार्य भी आने वाले महीने देखने को मिलेगा. कोरोना काल में लोकडाउन के कारण स्मार्ट सिटी के कार्य में थोड़ी रफ्तार जरूर धीमी हुई थी. लेकिन फिर से अब रफ्तार गति पकड़ ली है. अन्य शहरों की तुलना में उदयपुर (Udaipur) में स्मार्ट सिटी का कार्य अच्छा चल रहा है. कुम्हारों का भट्टा फ्लाईओवर और आयड़ नदी काे छाेड़कर सभी काम मार्च तक पूरे होने की संभावना है.
ऐतिहासिक दरवाजों और शहर काेट का संरक्षण
वॉलसिटी के सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम और सरकारी भवनाें पर सोलर पैनल का काम तीतरड़ी में कचरे की कैपिंग का कार्य पूरा हो चुका है. कुम्हारों का भट्टा के पास वेस्ट सेंटर बन चुका है और यहां से कचरा इकट्ठा कर टीपर से बलीचा ट्रेचिंग ग्राउंड ले जाया जा रहा है.