उदयपुर.नगर निगम द्वारा जंगल में गाय-बैलों को छोड़ने का मामला फिर से तूल पकड़ता हुआ दिखाई दे रहा है. दरअसल शुक्रवार को जिले के प्रभारी मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे. इस दौरान जब इस पूरे मामले को लेकर सवाल पूछा गया तो मंत्री ने तल्ख लहजे में कहा कि गायों का मामला है. जिन्हें केवड़ा की नाल में ले जाकर छोड़ दिया.
नगर निगम द्वारा गायों को केवड़े की नाल में छोड़ने का मामला ने पकड़ा पढ़ें-7 जून से शुरू होंगे स्कूल, 50 फीसदी शिक्षक और कार्मिक आएंगे स्कूल
मंत्री ने कहा कि गौ माता हमारी पूजनीय है. इस पूरे मामले की जांच एसीबी से करानी पड़े या फिर कलेक्टर के स्तर पर जांच करानी होगी तो कराई जाएगी. इसमें कोई बचेगा नहीं. मामला गंभीर है. गायों को जंगल में छोड़ने का हक किसी को नहीं है. मंत्री ने कहा कि गायों के चारे के लिए सरकार अलग से पैसा देती है. इस पूरे मामले की जांच होगी. सच्चाई सामने आएगी. दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा.
जनता सेना ने भी इस पूरे मामले को लेकर खेड़ा निगम के मोर्चा
वहीं गायों को केवड़े की नाल में छोड़ने को लेकर जनता सेना द्वारा शुक्रवार को जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया. इस दौरान जनता सेना सुप्रीमो रणधीर सिंह भिंडर भी मौजूद रहे. उन्होंने बताया कि उदयपुर नगर निगम द्वारा गायों को शेल्टर होम में रखने की व्यवस्था की गई है, लेकिन गायों को जंगल में छोड़ा गया, यह पूरा मामला जो सामने आया तो नगर निगम द्वारा स्वयं ही जांच कर ली गई. ऐसा कभी होता नहीं है. भिंडर ने कहा कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.