उदयपुर. कहते हैं कुछ कर गुजरने के इरादे अगर मजबूत हों तो हर मुश्किल आसान हो जाती है. ऐसा ही कर दिखाया राजस्थान की बेटी भावना जाट ने, जो बुलंद इरादे और कड़े परिश्रम के बल पर एक नया मुकाम हासिल करने जा रही है. मेवाड़ में जन्मी भावना जाट कल टोक्यो ओलंपिक में भाग लेंगी. अब भारत की निगाहें इस बेटी की ऊपर टिकी हुई हैं, जो भारत को विश्व पटल पर अपने फौलादी इरादों से एक बार फिर रोशन करेंगी.
दरअसल, राजसमंद जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर रेलमगरा उपखंड क्षेत्र के एक छोटे से गांव काबरा की रहने वाली बेटी जब पैदल चाल प्रतियोगिता में टोक्यो ओलंपिक के मैदान में उतरेगी, जिसमें पैदल चाल प्रतियोगिता में दुनिया भर के 60 प्रतियोगियों के साथ ट्रैक पर उतर कर अपना दमखम दिखाएगी. इसे लेकर राजसमंद सहित पूरे राजस्थान के साथ भारत की निगाहें भी बेसब्री से उस पल का इंतजार कर रही हैं. जब धोरों की धरती से निकलकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना नाम सुनहरे अक्षरों में लिखने का काम करेंगी.
जानकारी के अनुसार भारतीय समय अनुसार शुक्रवार दोपहर 1 बजे भावना पैदल चाल प्रतियोगिता में भाग लेंगी. इसे लेकर उनके गांव में भी खासा उत्साह का माहौल है. लोग भगवान से उनकी जीत की दुआ कर रहे हैं, लेकिन भावना का अब तक का सफर इतना आसान नहीं रहा. उन्होंने गरीबी की बेड़ियां तोड़ते हुए अपने कड़ी परिश्रम और मेहनत के परिणाम पर यह मुकाम हासिल किया है.
एक साधारण परिवार में जन्मी पली-बढ़ीं भावना इससे पहले भी कई उपलब्धि अपने नाम हासिल कर चुकी हैं, जिसमें झारखंड के रांची में आयोजित प्रतियोगिता में जीत कर टोक्यो ओलंपिक के लिए उन्होंने क्वालीफाई किया था.