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Sikar Boy Gift To Mother: सालों बाद रिटायर हुई टीचर मां को बेटे ने दिया अनूठा उपहार!

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Published : Jul 14, 2022, 11:34 AM IST

सीकर के श्रवण कुमार कह सकते इन्हें. त्रेता युग के श्रवण कुमार ने माता पिता को कंधे पर सैर कराई तो कलयुग के इस श्रवण कुमार ने अपने पापा मां को जॉय राइड कराई (Joy Ride For Family by Sikar Boy). गुरु पूर्णिमा के दिन मां रिटायर हुई तो इंजीनियर बेटे ने कुछ ऐसा किया कि देखने वालों की आंखें फटी की फटी रह गईं.

Sikar Boy Gift To Mother
मां को बेटे ने दिया अनूठा उपहार

सीकर. मौका गुरु पूर्णिमा का था, जब सरकारी अध्यापक पद से सेवानिवृत्त मां के लिए बेटे ने दिल्ली से हेलिकॉप्टर मंगवाया. मां-पापा सहित बहन कुमारी सुनील को जॉय राइड करवाई (Joy Ride For Family by Sikar Boy). इस दौरान मां के सरकारी स्कूल से लेकर पूरे गांव में हेलिकॉप्टर से फूलों की बारिश की गई. सरप्राइज यहीं खत्म नहीं हुआ बल्कि बेटे ने तो मानो चौंकाने का पूरा मन बना लिया था. मां को चांद और मंगल ग्रह पर प्लॉट गिफ्ट करने के साथ लग्जरी गाड़ी भी तोहफे में दी (Son gift on Guru Purnima 2022) .रिटायरमेंट के इस सेलिब्रेशन और होनहार बेटे की गांव ही नहीं, पूरे इलाके में चर्चा हो रही है.

सीकर का श्रवण कुमार:लक्ष्मणगढ़ के घस्सू गांव स्थितसरकारी स्कूल में टीचर मां विमला देवी के रिटायरमेंट डे को यादगार बनाने की प्लानिंग अरविंद ने महीनों पहले कर ली थी. और इस खास दिन पूरे परिवार को चौंकाने के लिए बेटे ने 8 लाख खर्च कर दिल्ली से हेलिकॉप्टर मंगवाया. इसके लिए खासतौर पर अपने खेत में ही हेलीपैड तैयार करवाया. मां को थार गाड़ी के साथ ही चांद और मंगल ग्रह पर प्लॉट भी गिफ्ट किया. इस दौरान हेलिकॉप्टर देखने के लिए गांव वालों की भीड़ उमड़ पड़ी. अपने बेटे से मिले अद्भुत तोहफे से मां विमला देवी भावुक हो गईं. उन्होंने बताया कि हेलिकॉप्टर राइड, गिफ्ट में थार गाड़ी, मार्स और मून पर जमीन सब कुछ सरप्राइजिंग है. आज खुशी है कि बेटे को जो संस्कार दिए उसका नतीजा इस रूप में मिल रहा है.

परिवार के लिए लग्जरी कार

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12 लाख रुपए का भुगतान: आखिर बेटे ने इतनी रकम जुटाई तो जुटाई कैसे! तो अरविंद ने इसकी पूरी जानकारी दी. बताया कि उसने बिटक्वाइन व डॉलर में करीब 12 लाख रुपए का भुगतान किया है. अरविंद के पिता सुल्तान सिंह 31 दिसम्बर 2021 को सीनियर टीचर के पद से रिटायर हुए थे (Gift for Mother by Son in Laxmangarh). वे इलाके के दंतुजला गांव में पोस्टेड थे. माता-पिता दोनों की रिटायरमेंट पार्टी बेटे ने एक साथ की.

गांव वाले हैरान

अरविंद का सफर: अरविंद ने 2015 में इंजीनियरिंग पास करने के बाद 5 साल खुद की आईटी कंपनी चलाई थी. उस दौरान हुई इनकम से मां के लिए गिफ्ट खरीदा है. उसके बाद अरविंद ने पायलट की ट्रेनिंग लेने का मन बनाया.अरविंद ने यूपी के अलीगढ़ में एडमिशन लिया.फिलहाल वह पॉयनियर एविएशन इंस्टीट्यूट में 2020 से पायलट ट्रेनिंग/कोर्स कर रहा है. अभी 10 माह की ट्रेनिंग बाकी है.

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