सीकर.स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान खुलने के साथ ही शिक्षा नगरी सीकर में सोमवार को आखिरकार 310 दिन बाद रौनक लौट आई. इनके खुलने के साथ ही अब उम्मीद जताई जा रही है कि सीकर की अर्थव्यवस्था पटरी पर आएगी और लोगों के रोजगार शुरु होंगे.
सीकर: शिक्षण संस्थानों में 310 दिन बाद लौटी रौनक, अर्थव्यवस्था भी पटरी पर आने की उम्मीद - स्कूल-कॉलेज अपडेट
शिक्षा नगरी सीकर में 310 दिन बाद रौनक लौट आई है. स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान खुलने के साथ ही अब उम्मीद जताई जा रही है कि सीकर की अर्थव्यवस्था पटरी पर आएगी और लोगों के रोजगार शुरु होंगे. अनुमान है कि अब तक दूसरे जिलों और राज्यों से करीब 75 हजार स्टूडेंट्स सीकर पहुंच चुके हैं.
कोरोनावायरस की वजह से किए गए लॉकडाउन के 7 की 14 मार्च को स्कूल और कोचिंग संस्थान बंद कर दिए गए थे. इसके बाद से सीकर के कोचिंग संस्थान और स्कूल लगातार बंद थे और यह कारोबार पूरी तरह से चौपट हो चुका था. अब सरकार ने इनको खोलने के आदेश जारी कर दिए हैं और सोमवार सुबह कोचिंग संस्थान, कॉलेज और स्कूल खुल गए.
गौरतलब है कि अब तक कोचिंग संस्थान केवल ऑनलाइन क्लास के भरोसे चल रहे थे और बच्चों को क्लास का माहौल नहीं मिल रहा था. दूसरी तरफ इन कोचिंग संस्थानों के बंद होने की वजह से सीकर की अर्थव्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हुई है. शहर के सैकड़ों हॉस्टल और अन्य काम केवल इन्हीं कोचिंग संस्थानों के भरोसे चल रहे थे, जो लगातार बंद पड़े हैं. सीकर शहर की पिपराली और नवलगढ़ रोड पर पूरा कारोबार इन्हीं कोचिंग संस्थानों के भरोसे था. अब उम्मीद जगी है कि वापस ये कारोबार शुरू होंगे और हर महीने करोड़ों रुपये की कमाई होगी.