कोटा.कोरोना महामारी की दूसरी लहर में कोटा सहित पूरे देश भर में ऑक्सीजन की कमी बनी हुई है. लेकिन मेडिकल कॉलेज कोटा के नए अस्पताल में जहां पर रोजाना 1,500 सिलेंडर की खपत हो रही है. इन सिलेंडरों को लगाकर मरीजों तक संजीवनी के रूप में ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है. यह पूरा काम अस्पताल के संविदा कार्मिक कर रहे हैं, जो कि नॉन स्टॉप मेहनत करते हैं. तब मरीजों तक यह ऑक्सीजन पहुंच रही है. इन लोगों की अगर 1 मिनट की देरी भी हो जाए तो मरीजों की सांसे फूल जाती हैं और उन्हें सांस लेने की तकलीफ शुरू हो जाती है.
बता दें, ये लोग एक मिशन के रूप में काम करते हुए ऑक्सीजन मरीजों तक पहुंचा रहे हैं. पहले जहां पर यह 8 घंटे की ड्यूटी करते थे, अब इनके ड्यूटी के घंटे भी बढ़ गए हैं. करीब 18 घंटे तक यह रोज ड्यूटी दे रहे हैं. तब जाकर पूरा काम हो रहा है. पहले जहां पर यह महज 500 सिलेंडर ही 24 घंटे में पहुंचा रहे थे. अब यह काम बढ़कर तीन गुना से भी ज्यादा हो गया है. ऐसे में इनके हाथों में भी छाले पड़ गए हैं. यहां तक कि एक कार्मिक के तो काम करते समय पैर पर सिलेंडर गिर गया. ऐसे में पैर में सूजन आ गई है, लेकिन अभी भी वह नहीं रुक रहा है. साथ ही ये लोग घंटों खड़े रहकर काम करते हैं. ऐसे में इनको पेट दर्द से लेकर हर शिकायत हो रही है, लेकिन यह किसी से कुछ कहते नहीं हैं. लगातार ही बेधड़क काम करने में जुटे हुए हैं.
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इन लोगों का कहना है, उन्हें मानदेय तो प्रशासन नहीं दिला पाया. लेकिन वह फिर भी मरीजों तक ऑक्सीजन पहुंचे इसके लिए जुटे हुए हैं. उनका कहना है, हम पूरी भरसक कोशिश कर रहे हैं कि किसी भी मरीज के लिए ऑक्सीजन की कमी न हो, इसके लिए रात दिन हम जाग रहे हैं. साथ ही इन लोगों ने कहा, वे लगातार डबल ड्यूटी कर रहे हैं और काम काफी ज्यादा बढ़ गया है. कुछ लोग तो आने और जाने में समय भी बर्बाद नहीं करना चाहते हैं. ऐसे में वे अपने जो बचा हुआ टाइम है, उसमें अस्पताल में ही रेस्ट ले रहे हैं. यहां तक कि संक्रमण का खतरा इन लोगों पर भी बना हुआ है, लेकिन उसके बावजूद यह पूरी शिद्दत से अपनी जान लगाकर मरीजों तक ऑक्सीजन पहुंचाने में जुटे हुए हैं.
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