कोटा.श्रीकृष्णजन्माष्टमी के मौके पर शहरभर में बड़ी धूम रही. इसी क्रम में जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर मोतीपुरा में श्रीनाथ जी की चरण चौकी के नाम से एक स्थान विख्यात है. माना जाता है कि साक्षात श्रीनाथ जी के चरण यहां स्थापित है, इसी कारण उस जगह का नाम चरण चौकी पड़ा. यह स्थान शहर से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. जहां साक्षात भगवान श्रीनाथ जी के चरण उकेरे हुए हैं. यह मंदिर सैकड़ों साल पुराना है.
स्वयं भगवान श्रीनाथ जी कुछ समय के लिए यहां रुके थे
मंदिर के पुजारी ने बताया कि सैकड़ों साल पहले श्रीनाथ जी द्वारिका से नाथद्वारा लिए निकले थे, तब रास्ते में थोड़ी देर के लिए इस स्थान पर रुके थे. इसी सिला पर भगवान के चरणों के निशान उत्कीर्णित किए गए और आज तक पूजे जाते हैं. भगवान के पैरों के निशान को आज भी मंदिर में सहज भाव से देखा जा सकता है, जहां पर आज भी नाथद्वारा स्थित श्रीनाथ जी मंदिर के ट्रस्ट से यह चलाया जा रहा है.
यमुना कुंड के पानी से बनता है भगवान का प्रासाद