कोटा.कोटा दक्षिण में बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुकाबला टाई है. अब 8 निर्दलीयों के हाथ में सत्ता की कुंजी है. कांग्रेस अपने साथ 4 निर्दलीयों के होने का दावा कर रही है. वहीं भारतीय जनता पार्टी ने भी तीन निर्दलीय अपने साथ होने की बात कह रही है. बचे हुए एक निर्दलीय ओम गुंजल अभी भी कोटा में ही हैं. उनसे ईटीवी भारत ने बातचीत की.
उन्होंने बताया कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया से फोन पर बातचीत हुई है. क्षेत्रीय विधायक मदन दिलावर से भी बात हुई है. उन्होंने कहा कि उनका पार्टी से एक ही प्रश्न है कि उनका टिकट किस आधार पर काटा गया, किसके कहने पर काटा गया. उन्होंने कहा कि वे पहले वार्ड नंबर 5 से जीते थे. परिसीमन के बाद के वार्ड बदलकर 31 हो गया है. उन्होंने कहा कि मैंने 5 साल जनता की सेवा की है. भ्रष्टाचार का किसी तरह का कोई आरोप मेरे ऊपर नहीं है. इसके बावजूद भी मेरा टिकट काटा गया. मेरा भाजपा से यही एक ही रिक्वेस्ट है कि यह पहले स्पष्ट कर दो मेरा टिकट किस आधार पर काटा गया.
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उन्होंने कहा कि अगर यह पार्टी स्पष्ट करती है कि व्यक्ति विशेष के कहने पर काटा गया है, तो वह व्यक्ति आगे भी काट-छांट करेगा. भारतीय जनता पार्टी फिर में बाद में भी टिकट कटता रहेगा या फिर उस व्यक्ति के प्रेशर में पार्टी मुझे राजनीति नहीं करने देगी. इसलिए में पहले पूर्ण रुप से पार्टी आश्वस्त करे कि दोबारा ऐसी बात नहीं होगी. तभी मैं आगे पूरा मन बना लूंगा. उन्होंने कहा कि मत देना मेरा अधिकार है, कहां देना है, कहां नहीं देना, यह निर्णय मैं स्वयं ले लूंगा.
होटल के कमरे में ही हो गया सर्वे
भाजपा ने सर्वे देकर टिकट देने की बात कही थी, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जनता ने एकतरफा 1300 मतों से मुझे आशीर्वाद दिया है. कहीं ना कहीं होटल में कमरे में बैठकर सर्वे किया गया है, जो चाय, कचौरी, समोसे व नाश्ते के साथ किया है. जब उन्होंने सर्वे के आधार पर मुझे हारा हुआ माना और टिकट काटा है, तो इससे साफ है कि सर्वे कुछ भी नहीं हुआ है.