जोधपुर. राज्य सभा सांसद व केंद्र में श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा है कि वह राजस्थान में सीएम पद का चेहरा नहीं हैं. वह सिर्फ पार्टी के कार्यकर्ता हैं और पार्टी के लिए काम करते रहेंगे. गुरुवार को जोधपुर के सर्किट हाउस में मीडिया से बात करते हुए यादव प्रदेश के कोयला संकट (Coal crisis in Rajasthan) पर कहा कि केंद्र ने बार-बार कहा था कि सभी राज्य अपना कोल स्टॉक करें लेकिन सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया. इस पर केंद्र सरकार ने पूरा विवरण जारी किया है. यह राज्य सरकार की विफलता है.
रसोई गैस सब्सिडी (LPG subsidy) बंद होने और पेट्रोल-डीजल के भाव बढ़ने को लेकर पूछे गए सवाल पर भूपेंद्र यादव ने कहा कि सरकार आर्थिक विकास के लिए संवेदना के साथ काम कर रही है. उनसे पूछा गया कि क्या केंद्र सरकार युद्ध को ध्यान में रखते हुए फंड एकत्र कर रही है? इस पर यादव ने कहा, नहीं, देश लोकतंत्र के साथ आगे बढ़ता रहेगा.
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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के विरोध में की गई टिप्पणी पर यादव ने कहा कि भाजपा के लोग तो लगातार कह रहे हैं कि यहां असंतोष का शासन है. राज्य सरकार के लोग भी यह कह रहे हैं. सचिन पायलट खुद कह चुके हैं कि शासन में असंतोष है. जनता इससे परेशान है. अशोक गहलोत जी को नैतिकता के आधार पर लोगों से माफी मांगने चाहिए. आज राजस्थान के वित्तीय हालात क्या हो गए हैं. नौकरियों में धांधली हो रही है. सरकार एक परिवार की और नौकरी एक परिवार की. ऐसे में पारदर्शिता से शासन नहीं चलता है. हम लगातार विरोध दर्ज कराते रहेंगे.
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जोधपुर शहर में संचालित हो रहे ईएसआईसी के अस्पताल की अव्यवस्था पर उन्होंने कहा कि मुझे आने पर पता चला कि हालात बहुत खराब हैं. अव्यवस्था की स्थिति है. मैं राज्य सरकार से कहता हूं कि अगर ये अस्पताल सरकार से नहीं चलता है, तो केंद्र को वापस सौंप दें. हम इसे चला लेंगे. मरीजों के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए.
भूपेंद्र यादव मंगलवार को केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की मां के निधन के चलते संवेदना व्यक्त करने आए थे. भूपेंद्र यादव के अलावा लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी आज गुरुवार को शेखावत से मिलने पहुंचे.