जोधपुर.शहर के परकोटे के अंदर और बाहर के घनी आबादी वाले क्षेत्रों में लगातार कोरोना के पॉजिटिव मामले सामने आ रहे हैं. जिसके चलते क्षेत्र कोरोना हॉटस्पॉट बन चुका हैं. लेकिन इन मामलों को सामने लाने में चिकित्सा कर्मियों को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है. क्योंकि इन इलाकों में रहने वाले ज्यादातर अल्पसंख्यक समुदाय के लोग सर्वे के नाम से ही डरे हुए हैं.
जब कोई परिवार के मुखिया का नाम पूछता है तो उन्हें ऐसा लगता है कि कहीं एनआरसी या सीएए के लिए तो सर्वे नहीं हो रहा इसके चलते चिकित्साकर्मियों को भी बहुत परेशानी हो रही है. बावजूद इसके इन दोनों क्षेत्रों में कार्यरत महिला चिकित्सक एएनएम जीएनएम व आशा सहयोगिनियों ने पूरी मेहनत से रोगियों को खोजा उन्हें टेस्ट के लिए तैयार किया जिससे कि कोरोना के अगर कोई मामले हो तो सामने आ सके. जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने इन क्षेत्रों में काम करने वाली इन महिला कोरोना वॉरियर्स को सम्मानित भी किया. इनमें से कुछ को क्वॉरेंटाइन के लिए भी भेजा गया है.
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डॉक्टर हिना आफताब कहती है कि मुझे सर्वे का कोई अनुभव नहीं था. स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ही मैं भी फील्ड में निकल गई सभी तरफ से नेगेटिव रिस्पॉन्स मिल रहा था. जहां भी जाते एनआरसी सीएए का डर लोगों में अभी भी है साथ ही उन्हें यह भी लगता कि कहीं हम उन्हें उठाकर ना ले जाए. इसके बाद तय किया कि क्षेत्र के लोगों को जोड़ा जाए, उनकी भाषा में उनको जवाब दिया जाए तब कहीं जाकर हम घरों में घुसने में कामयाब हुए. नया तालाब क्षेत्र में पॉजिटिव मामले सामने आने लगे.