जोधपुर.वर्तमान समय में पूरा देश कोरोना वायरस के प्रकोप से जूझ रहा है. कहा जाता है कि जिन लोगों के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है. उन लोगों पर कोरोना वायरस सहित अन्य मौसमी बीमारियां जल्द हावी हो जाती हैं और वो लोग बीमारी की चपेट में आ जाते हैं.
प्राणायाम और योग से बढ़ती है रोग प्रतिरोधक क्षमता शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी बनी रहे, इसके लिए जरूरी है योग और व्यायाम. जोधपुर में पिछले 15 सालों से योग सिखाने वाली महिला रचना रांकावत का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान लोग अपने घरों में बैठे हैं और वे सुबह और शाम के समय सूर्य नमस्कार योग और प्राणायाम के जरिए अपने शरीर को सुरक्षित रख सकते हैं. साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोध क्षमता को बढ़ा सकते हैं. जिसके लिए रचना लोगों को निःशुल्क प्राणायाम और योगा के बारे में जानकारी दे रही हैं.
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जोधपुर में योग सिखाने वाली महिला रचना का कहना है कि सूर्य नमस्कार, योग और प्राणायाम करने से शरीर में ऊर्जा उत्पन्न होती है और उस ऊर्जा के जरिए कोई भी वायरस शरीर पर असर नहीं कर सकता. साथ ही अलग-अलग प्राणायाम जैसे कपालभाति, सूर्यभेदी, अलोम-विलोम जैसे प्राणायाम करने से शरीर के भीतरी हिस्से में ऊर्जा उत्पन्न होती है. जिससे कि शरीर के भीतर पनपने वाला वायरस खुद ही नष्ट हो जाता है.
वर्तमान समय में चल रही कोरोना महामारी को देखते हुए कई लोग घर बैठे प्राणायाम और योगा कर रहे हैं. साथ ही योग सिखाने वाली महिला रचना की ओर से उन्हें ऑनलाइन प्राणायाम, योगा और सूर्य नमस्कार निःशुल्क करवाया जा रहा है. जिससे कि घरों में रहने वाले लोग सुरक्षित रहें और स्वस्थ रहें.
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रचना का कहना है कि प्राणायाम और योगा करने वाले लोग काफी उत्साह से प्राणयाम कर रहे हैं. रचना का कहना है कि योग और प्राणायाम के जरिए से वर्तमान समय में आमजन अलग-अलग तरह के वायरस और संक्रमण से मुक्ति पा सकते हैं. योग सिखाने वाली महिला ने जोधपुर की आम जनता से अपील की है कि वे लॉकडाउन के दौरान अपने घरों में ही सुबह और शाम के समय सूर्य नमस्कार, प्राणायाम जैसे योगासन करते रहें, जिससे वे स्वस्थ रहेंगे और उनके समय का सदुपयोग भी होता रहेगा.