जोधपुर. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में शहरी और ग्रामीण क्षेत्र की जनता को मुफ्त पानी देने की घोषणा की थी. लेकिन इसका फायदा जोधपुर शहर क्षेत्र के उपभोक्ताओं को नहीं मिलेगा.
मुफ्त पानी योजना से लाभान्वित नही होंगे जोधपुर के उपभोक्ता इसका लाभ शहर को ना मिलने का कारण जलदाय विभाग की ओर से जारी अधिकांश पानी के बिल औसत उपभोग 18 से 20000 लीटर प्रतिमाह उपभोग के आधार पर देना है. क्योंकि शहर में आधे से ज्यादा कनेक्शनों के मीटर भी नहीं लगे हुए हैं. जलदाय विभाग ने अपना एक सर्वे भी कर लिया है, जिसमें यह सामने आया है कि जोधपुर शहर में इक्का-दुक्का लोगों को छोड़ दें तो किसी को भी सरकार की इस घोषणा का लाभ नहीं मिलेगा.मुफ्त पानी की शहरी क्षेत्र में घोषणा का लाभ नहीं मिलने का सबसे बड़ा कारण यह है कि सरकार ने 15000 लीटर से कम उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं को ही यह छूट दी थी. लेकिन जोधपुर में मीटर और बिना मीटर दोनों ही तरह के उपभोक्ताओं को जलदाय विभाग 18 से 20,000 लीटर प्रति माह पानी का उपभोग करने का बिल थमा रहा है. ऐसे में 15000 लीटर उपभोग करने वाले उपभोक्ताओं की संख्या नहीं के बराबर है. अगर किसी को इस योजना का लाभ लेना है तो पहले नया मीटर लगवाने और उसे चालू स्थिति में रखना होगा, जिससे उसकी गणना हो सके. जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता दिनेश कुमार पेड़ीवाल का कहना है कि दो लाख उपभोक्ता जोधपुर शहर में है, लेकिन योजना का लाभ प्राप्त करने के दायरे में आने वाले उपभोक्ता चिन्हित नहीं है.इस योजना का पूरा लाभ ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं को मिलेगा जिन्हें 40 एलपीसीडी तक वाटर चार्ज नहीं लेने की छूट दी गई है. जोधपुर जिले में ऐसे करीब 60000 उपभोक्ता को इसका लाभ मिलेगा.