जोधपुर. ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा के साथ-साथ उनकी छोटी बहन रूबल को भी पगड़ी पहनाई गई. इससे पहले भावुकता भरे माहौल में हर कोई सोच रहा था कि आदरणीय महिपाल जी मदेरणा को मुखाग्नि देने से लेकर सारे सामाजिक रीति-रिवाज में दिव्या मदेरणा ने बेटे की भूमिका निभाई है. लेकिन जब पगड़ी की रस्म का मौका आया तो सभी के मन में प्रश्न था, अब सामाजिक रस्म का बंधन आड़े आएगी. क्योंकि रस्मो रिवाज इस मामले में बेटों की हिमायत करते हैं.
दरअसल, पगड़ी की रस्म का अर्थ है परिवार के मुखिया के निधन के बाद पगड़ी के जरिये जिम्मेदारी का अंतरण होना. ओसियां विधायक दिव्या ने अपने पिता की जिम्मेदारी अपने कंधों पर लेते हुए दस्तूर के माथे बेटियों की दस्तारबंदी की तो रस्मो रिवाज खुद ब खुद झुक गई और एक भावुकता का माहौल हो गया. मारवाड़ में शायद ये पहला मौका था, जब बेटी के सिर पिता की पगड़ी बंधी.
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