जोधपुर.दुनिया के 25 देश कोरोनो की जद में हैं. खास तौर से अब यूरोपीय देशों में भी मामले आने से इसका खतरा और बढ़ने की आशंका है. इसका सीधा प्रभाव जोधपुर के हैंडीक्राफ्ट उद्योग पर भी पड़ रहा है, क्योंकि हैंडीक्राफ्ट में काम आने वाले कच्चे माल की आपूर्ति चीन से होती है.
चीन में लंबे समय से कोरोनो वायरस के कोहराम से इंडस्ट्रीज बन्द हैं. जिसके चलते रॉ मेटीरियल 20 फीसदी महंगा आ रहा है. लेकिन अप्रेल में चीन में इंडस्ट्रीज शुरू नहीं हुई तो यह आपूर्ति ठप हो जाएगी.
अबतक जोधपुर के निर्यातक अपने कच्चे माल के स्टॉक से अपना काम चला रहे हैं. अगर इस माह तक चीन कोरोनो वायरस से नहीं उबरा तो जोधपुर का हैंडीक्राफ्ट उद्योग आधा रह जायेगा. इससे करीब 1500 करोड़ का कारोबार प्रभावित होगा और अगर असर लंबा चला तो हैंडीक्राफ्ट इकाइयां ठप भी हो सकतीं हैं.
इन सबका सीधा प्रभाव इंडस्ट्रीज के लाखों मजदूरों और कारीगरों पर पड़ेगा. जोधपुर हैंडीक्राफ्ट इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. भरत दिनेश के अनुसार वर्तमान में प्रतिमाह जोधपुर से 2500 कंटेनर एक्सपोर्ट होते हैं.
कोरोनो इस माह नियंत्रित नहीं हुआ तो यह संख्या 1200 रह जायेगी. जिसका इफेक्ट इस इंडस्ट्रीज से जुड़े सभी लोगों पर होगा.
जोधपुर हैंडीक्राफ्ट इंडस्ट्रीज की फैक्ट फाइल
- जोधपुर में 600 हैंडीक्राफ्ट निर्यातक और 3000 इकाइयां
- प्रतिमाह 2500 कंटेनर का एक्सपोर्ट, करीब 3000 करोड़ का कारोबार
- 2 लाख से ज्यादा मजदूर, कारीगर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से इस उद्योग से जुड़े.