जोधपुर.बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायाधीश संदीप मेहता और न्यायाधीश मनोज कुमार गर्ग की खंडपीठ ने बच्ची लवणिया के नाना मोहन सिंह की याचिका पर सुनवाई की. उनकी तरफ से खंडपीठ को बताया गया कि उनकी पुत्री सुनीता कंवर की शादी हरियाणा के भिवाड़ी निवासी परविन्दर सिंह के साथ की गई थी.
बता दें कि साल 2020 की शुरूआत में सुनीता कंवर की हत्या कर दी गई थी. हत्या के समय लवणिया अपनी मां के साथ में थी. ऐसे में लवणिया के नाना मोहन सिंह की ओर से कहा गया कि बच्ची का बयान 164 में दर्ज किए गए. इसमें बच्ची ने कहा कि मेरे पापा ने दादा-दादी के साथ मिलकर मम्मी को मार दिया. इसके बावजूद भिवाड़ी के अनुसंधान अधिकारी और बाल कल्याण समिति ने 19 मार्च, 2020 को बच्ची की कस्टडी उसके पिता व दादा-दादी को सुपर्द करवा दी. मुख्य गवाह होने के कारण अपने दादा-दादी के साथ रह रही बच्ची की जान को खतरा है. यह बच्ची पहले से ही जोधपुर के एक स्कूल में पढ़ाई कर रही थी.