जोधपुर.केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Jal Shakti Minister Gajendra Singh Shekhawat) शनिवार को लंबे अंतराल के बाद जोधपुर आए. उन्होने जल जीवन मिशन के कार्यों में लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए सरपंचों को लूप में लिए बैगर मनमर्जी से कार्य करने वाले दोषी अभियंताओं और ठेकेदारों पर प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए.
29 जनवरी से पहले हो कार्रवाई :शेखावत ने कहा कि 29 जनवरी से पहले ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई कर रिपोर्ट करें. इस दौरान विभाग के अधिकारी और प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे. सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत में शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat Jodhpur Visit) ने कहा कि जल से जुड़े विषयों को लेकर अनेक लोगों की चिंताएं और समस्याएं थी. जब जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission Rajasthan) प्रारंभ किया गया था, तब तय किया था कि जनसहभागिता से भागीदारी जल प्रबंधन की संकल्पना के साथ हम काम करें. विशेषकर ग्राम पंचायतों और जनप्रतिनिधियों के साथ प्रोजेक्ट प्लान डिस्कस हों, लेकिन अनेक ग्राम पंचायतों से इस बात की शिकायत आ रही थी कि ग्राम समितियों और पानी समितियों को लूप में लिए बिना और उनके अनुमोदन के बिना, सीधा अभियंता और ठेकेदार मिलकर गांव में काम कर रहे हैं.
पुनर्समीक्षा करने की कही बात
शेखावत ने कहा कि यह भी शिकायत मिली कि अभियंता और ठेकेदार काम करते समय कुछ घरों को छोड़ रहे हैं. मनमर्जी से टंकियां बनाई जा रही है. उन्होंने कहा कि पीएचडी के अधिकारियों और जिला कलेक्टर को साथ में बैठाकर इन सारे सरपंचों की जो व्यथा है, वो रखी गई है. साथ ही निर्देश दिया कि 29 जनवरी को दिशा की बैठक से पहले दोषियों के ऊपर प्रभावी कार्रवाई हो. 29 जनवरी को दिशा समिति की बैठक में इस विषय की पुनर्समीक्षा की जाए.