जोधपुर. मथुरादास माथुर अस्पताल में कोरोना के सबसे भीषण समय में मरीजों का उपचार करते-करते खुद संक्रमित हुए डॉक्टर मोहित कक्कड़ अब बिल्कुल ठीक हो चुके है. मोहित कक्कड़ बुधवार को कोरोना के मरीजों के लिए प्लाज्मा डोनेट करने अस्पताल पहुंचे.
मरीजों की जान बचाने के लिए प्लाज्मा देने पहुंचे डॉक्टर गौरतलब है कि डॉक्टर मोहित मेडिसिन विभाग के डॉक्टर हैं और वर्तमान में कार्डियोलॉजी विभाग में काम करते हैं. उनकी कोरोना वायरस आइसोलेशन वार्ड में और कोरोना ओपीडी में ड्यूटी थी, जहां वे मरीजों को उपचार देते देते पॉजिटिव हो गए थे, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी. वहीं अब डॉक्टर मोहित कक्कड़ की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद वो घर पहुंच चुके है. साथ ही क्वॉरेंटाइन समय पूरा करने के बाद फिर से अस्पताल काम पर लौट आए है.
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जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल में प्लाजमा थेरेपी की अनुमति मिलने के बाद उन्होंने भी आगे आकर स्वैच्छिक रूप से प्लाज्मा डोनेट किया है. डॉक्टर मोहित ने बताया कि प्लाज्मा देने में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होती है, जो भी पॉजिटिव रोगी ठीक हो चुके हैं, उन्हें अन्य रोगियों के उपचार के लिए आगे आना चाहिए. यह भी अपने आप में एक सेवा है, जिससे हम लोगों का जीवन बचा सकते हैं.
आईसीएमआर ने मथुरादास माथुर अस्पताल को गत दिनों प्लाज्मा थेरेपी का ट्रायल शुरू करने की अनुमति दी थी, इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने कोरोना के ठीक हुए मरीजों से संपर्क कर उनका प्लाज्मा एकत्र करना शुरू कर दिया था. बुधवार को डॉ. मोहित कक्कड़ के अलावा डॉ. कपिल ने भी अपना प्लाज्मा डोनेट किया. वहीं अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि प्लाज्मा तैयार रहेगा तो वह आवश्यकता पड़ने पर तुरंत मरीज को थेरेपी दी जा सकेगी.