जोधपुर.राजस्थानसरकार (Rajasthan Government) ने ग्राम पंचायतों में 18 से ज्यादा उम्र के लोगों के टीकाकरण के लिए ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन (on spot registration) की व्यवस्था लागू की है, जिससे बाहरी लोग ग्रामीणों का हक नहीं मारे. लेकिन, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के गृहनगर के निकटस्थ कुड़ी भगतासनी (Kudi Bhagtasni) पंचायत में यह सुविधा नहीं दी जा रही है.
पढ़ें- Covid की 'Positive' News : राजस्थान में रिकवरी रेट पहुंची 98%...जानिये, किस जिले में कितनी रिकवरी रेट
बता दें, कुड़ी भगतासनी (Kudi Bhagtasni) एशिया की सबसे बड़ी पंचायत है. 10.25 लाख की आबादी वाली इस पंचायत में 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की संख्या 30 हजार है, लेकिन यहां ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन की सुविधा नहीं दी जा रही है. जबकि जिस अस्पताल में टीके लगते वह भी सालावास ब्लॉक में आता है जो शहरी जोन में नहीं है.
सरपंच ने अन्न-जल का किया त्याग
इसको लेकर कुड़ी भगतासनी पंचायत के सरपंच चंद्रलाला खावा ने आवाज उठाई तो 7 दिन से टीकाकरण पूरी तरह से ही ठप हो गया. इसके विरोध में सरपंच ने अन्न जल त्याग कर कुड़ी अस्पताल के बाहर धरना शुरू कर दिया है. सरपंच चंद्रलाल खावा ने बताया कि इससे पहले कुड़ी अस्पताल में 6 हजार से ज्यादा लोगों के टीके लगे हैं, लेकिन इनमें कुड़ी पंचायत के सिर्फ 219 लोग ही लाभांवित हो पाए हैं. ज्यादातर शहरी लोगों ने स्लॉट बुक कर टीके यहां लगवा लिए.
स्वास्थ्य विभाग ने लगाया अड़ंगा
खावा ने बताया कि सरकार ने व्यवस्था बदली तो स्वास्थ्य विभाग ने अड़ंगा लगा दिया कि यह शहरी क्षेत्र में आता है, इसलिए यहां ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन नहीं होगा. इसका विरोध किया तो 7 दिन से पूरी तरह से ही टीकाकरण (Covid Vaccination) बंद कर दिया. इसको लेकर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सूचना दी गई, लेकिन कोई जवाब देने को तैयार नहीं है.
सरपंच ने बताया कि जब तक यहां टीकाकरण सामान्य तरीके से शुरू नहीं होगा, वह यहां से नहीं उठेंगे. खावा ने आरोप लगाया कि यह जानबूझ कर भेदभाव की नीयत से उनकी पंचायत के लोगों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है, जबकि आसपास के पीएचसी में डोर-टू-डोर टीकाकरण जारी है.